आफत की बारिश ने रोके 48 बसों के पहिए

बिलासपुर -आसमान से आफत बन बरसी बारिश से शनिवार को बिलासपुर जिला में कई बसों के पहिए थम गए हैं। भारी बारिश के कारण हुए भू-स्खलन से निगम के करीब 48 बसों के रूट प्रभावित हुए। इनमें से अधिकतर बस रूट पूरी तरह बंद रहे। इससे हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) बिलासपुर को किराए के तौर पर एक दिन में ही करीब दस लाख रुपए का भारी नुकसान हुआ है। आरएम बिलासपुर पवन शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। गनीमत रही कि कहीं कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। वहीं आरएम बिलासपुर ने बस चालकों के लिए एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि वे किसी प्रकार का खतरा मोल न लें। अगर सड़क पर फिसलन हो तो उस रूट पर बस न चलाएं। अपनी और यात्रियों की जान खतरे में न डालें। वहीं, सूचना मिली है कि जमाली-छड़ोल के पास  निगम की एक बस दलदल में फंस गई है। हालांकि बस को बाहर निकालने का काफी प्रसास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। इससे यात्रियों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं।

ये 48 बस रूट हुए प्रभावित

अमृतसर-मणिकर्ण, हरिद्वार-सरकारघाट, दिल्ली-मनाली, दिल्ली-मणिकर्ण, दिल्ली वोल्वो-सरकाघाट, झंडूता-चंडीगढ़, शाहतलाई-चंडीगढ़, बिलासपुर-शिमला, दिल्ली-सिद्धपुर, बिलासपुर-अमृतसर, थुराहण-परमाणु, हरिद्वार-जंगलबैरी, जाहू-बम्म-चंडीगढ़, जाहू-लदरौर-चंडीगढ़, बिलासपुर-लुधियाना, गेहड़वीं-सोलन, शाहतलाई कालका, बिलासपुर-ब्रह्मपुखर, दिल्लाी-मरोत्तन, बस्सी-कुठेड़ा-चंडीगढ़, लदरौर-नालागढ़-चंडीगढ़, मल्यावर-नयनादेवी, बिलासपुर-ऋषिकेश, परमाणु-बैजनाथ, बैजनाथ-परमाणु, मलोथी-बिलासपुर, समैला-बिलासपुर, बढोह-बिलासपुर, मलोखर-बिलासपुर, डाबर-बिलासपुर, डाबर-शिमला, घट्टू-बिलासपुर, धनीपखर-बिलासपुर, गाह-बिलासपुर, बस्सी-बिलासपुर, म्यूखर-बिलासपुर, जाहू-बिलासपुर, सरायघाटी-बिलासपुर, नंगल-बिलासपुर, नयनादेवी-किरतपुर, ज्योरीपतन-कालका, स्वारघाट-ज्योरीपतन, नम्होल-चंदपुर-बिलासपुर, खारसी-बिलासपुर, लुहारड़ा-बिलासपुर, लुहारड़ा-बिलासपुर, नम्होल-बिलासपुर व मंडी-दिल्ली।