शिमला में शाखाओं के प्रदर्शन की समीक्षा पर पहली मंत्रणा बैठक
शिमला – शाखाओं के कार्य निष्पादन और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ उनकी अनुकूलता की समीक्षा करने के लिए आधार स्तर पर आयोजित की गई परामर्श प्रक्रिया का पहला चरण ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के मंडल कार्यालय शिमला में आयोजित किया गया। इसमें मंडल के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सभी शाखाएं शामिल हुईं। यह अपनी तरह की ऐसी पहली मंत्रणा बैठक थी, जहां शाखाओं को स्वयं अपने प्रदर्शन की समीक्षा करने, बैंकिंग क्षेत्र के समक्ष इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने तथा भावी रणनीति और आगे बढ़ने के तरीकों के बारे में विचार करने के लिए कहा गया था। बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सुधारों और भावी रोडमैप पर सुझाव देने की दृष्टि से बैंकिंग क्षेत्र की विभिन्न चुनौतियों पर विषय क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा निम्नलिखित नौ विषय आधारित पेपर पर चर्चा की गई। बैठक में डिजिटल भुगतान को बढ़ाना नंदन नीलेकणी द्वारा, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में कॉरपोरेट गवर्नेंस उदय कोटक द्वारा, भारत के एमएसएमई को ऋण् यूके सिन्हा द्वारा, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में के सुब्रमण्यन द्वारा, प्रौद्योगिकी का उपयोग रिटेल ऋण एक बड़ा अवसर आदित्य पुरी द्वारा, कृषि ऋण प्रो. रमेश चंद और डा. एचके भानवाला द्वारा, भारत में निर्यात ऋण डेविड रसक्वेन्हा द्वारा, वित्तीय ग्रिड बनाने की आवश्यकता डा. चरण सिंह द्वारा, ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था सौम्य कांति घोष द्वारा चर्चा की गई।