कमलेश-हर्षवर्धन आमने-सामने

पंचायतीराज संस्थाओं में भ्रष्टाचार पर दोनों में हल्की नोकझोंक

शिमला – पंचायतीराज संस्थाओं में भ्रष्टाचार मसले पर सदन में हो रही चर्चा के दौरान भाजपा विधायक कमलेश कुमारी और कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान के बीच हल्की नोकझोंक हुई। मामला ने तब तूल पकड़ा, जब कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने महिला और दलित पंचायत प्रतिनिधि पंचायत सचिव सहित जेई को कंट्रोल नहीं कर पा रही हैं, शब्द का प्रयोग किया। हर्ष ने कहा था कि पंचायतों में ऐसी महिला प्रतिनिधियों को पंचायत सचिव और जेई दबा रहे हैं। इस बात पर भाजपा विधायक कमलेश कुमारी ने हर्षवर्धन चौहान पर महिला और दलित के खिलाफ अंगुली उठाने का आरोप लगाया। कमलेश कुमारी ने हर्षवर्धन चौहान को माफी मांगने को कहा।  इस बीच चौहान ने कहा कि मैंने महिला और दलित विरोधी शब्द का प्रयोग ही नहीं किया। मैं तो इनके पक्ष में बात कर रहा था, जिसका रिकार्ड कार्यवाही में है। सदन का संचालन इस समय विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज कर रहे थे। उन्होंने दोनों सदस्यों को अवगत करवाया कि रिकार्ड को देखने के बाद ही इस पर फैसला होगा। कमलेश कुमारी ने कहा कि हर्षवर्धन चौहान ने महिला और दलितों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है।  उन्होंने कहा कि मैं पहली बार चुन कर सदन में आई हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम सुनते रहें। कमलेश कुमारी का आरोप था कि दूसरे पक्ष के लोग हमेशा से ही दलितों के साथ वोट की राजनीति करती आए हैं। कमलेश कुमारी ने हर्षवर्धन चौहान से कहा कि वह भ्रष्टाचार की लिस्ट मुझे दें।