करुणा से अभिभूत

By: Aug 24th, 2019 12:25 am

सद्गुरु  जग्गी वासुदेव

एक आदमी जो हमेशा गरीबी और असहनीय भूख के कारण त्रस्त रहता था, छोटी-मोटी चोरियां करता रहता था। एक बार उसे जेल की सजा हो गई। उसने कई बार वहां से भागने की कोशिश की पर हर बार पकड़ा गया और हर बार उसकी जेल की सजा बढ़ जाती थी। अंत में कई सालों बाद वो जेल से छूट कर बाहर की दुनिया में वापस आया। भयंकर ठंड थी और ऊपर से उसे भूख सता रही थी। उसके पास पैसा नहीं था और एक वक्त का खाना जुटाने के भी साधन नहीं थे। कोई भी एक जेल की सजा पाए व्यक्ति पर विश्वास करने और उसे काम देने के लिए तैयार नहीं था। वो बहुत सी जगहों पर गया, लेकिन जहां भी जाता था, वहां से भगा दिया जाता था। एक गांव में लोगों के हाथों पिटने के बाद उसे गांव के पुजारी के घर में  शरण मिली। उसे पुजारी से ये अपेक्षा नहीं थी कि वे इतनी दयालुता से उसका स्वागत करेंगे, पर पुजारी ने उसे दिलासा दिया, ये भगवान का घर है, कोई चाहे अपराधी हो या पापी, जो भी यहां शरण मांगने आता है, वह भगवान का ही बच्चा होता है, और उसे खाने को भोजन, पहनने को कपड़े तथा रहने को जगह दी। उसने बहुत अच्छी तरह खाया, आराम से सोया और बीच रात में जब उसकी नींद खुली, तो उसने अपने आप में फिर से अच्छी ऊर्जा महसूस की। उसकी नजर कमरे में चांदी के कुछ बरतनों पर पड़ी। चोरी करने की उसकी मजबूरी उस पर हावी हो गई और वो उन चांदी के बरतनों को उठा कर भागा। उसे एक बार भी ये विचार नहीं आया वो उसी को धोखा दे रहा है, जिसने उसे भोजन दिया था। जब वह चांदी के बरतन लिए गांव में से हो कर जा रहा था तो गांव वालों को उस पर शक हुआ। पुलिस ने उसे पकड़ा और पूछताछ की। क्योंकि उन्हें ठीक-ठीक जवाब नहीं मिले, तो वे उसे पकड़ कर पुजारी के घर पर ले आए और बोले, हमें शक है कि इसने आप के यहां से ये चांदी के बरतन चुराए हैं। क्या आप जांच कर के बताएंगे कि ये आप के ही हैं? वो आदमी डर से कांप उठा कि अब उसकी चोरी की बात पता चल जाएगी और उसे फिर कई और साल जेल में काटने पड़ेंगे। सजाएं किसी व्यक्ति को पत्थर की तरह कठोर बना सकती हैं, पर करुणा उसे तोड़ देगी, लेकिन पुजारी का चेहरा करुणा से भरा हुआ था। वो चोर से बोला, मेरे दोस्त, मैंने तुम्हें इन चांदी के बरतनों के साथ ये चांदी की मोमबत्तियां भी दी थीं, तुम उन्हें यहां क्यों छोड़ गए? यह कहते हुए उसने वे चांदी की मोमबत्तियां भी उसे दे दीं। क्षमा कीजिए, हम इसे चोरी का मामला समझ रहे थे, पुलिस वालों ने कहा और उसे छोड़ दिया। वह आदमी पुजारी की करुणा से अभिभूत हो गया और चुपचाप अपने रास्ते पर चला गया।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App