काठगढ़ मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा शुरू

श्रावण मास महोत्सव के चलते शिव शक्ति रुद्राभिषेक हवन पाठ का समापन

इंदौरा  –ऐतिहासिक एवं प्राचीन शिव मंदिर काठगढ़ में श्रावण मास महोत्सव मंदिर  सुधार सभा द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।  इसी कड़ी में शिव शक्ति रुद्राभिषेक हवन पाठ महायज्ञ के समापन के साथ श्रीमद्भागवत कथा महान कथावाचक जोगिंद्र शास्त्री जम्मू वाले द्वारा शुभारंभ किया गया। इसमें सर्वप्रथम श्रीमद्भागवत का महत्त्व बताते हुए कहा कि भगवान के भगत प्रह्लाद ने हजारों कष्ट सहन करके भगवान के नाम का सिमरन नहीं छोड़ा। भक्त प्र्रह्लाद के कारण भगवान को नृसिंह का अवतार लेना पड़ा। असुर शक्तियों का नाश किया और इस धरा पर धर्म की स्थापना की तथा समाज को संदेश दिया कि भगवान के नाम में इतनी शक्ति है कि भक्त की भक्ति पर प्रसन्न होकर प्रभु को उनके उधार के लिए धरती पर अवतार लेना पड़ता है। सभा के प्रधान ओम प्रकाश कटोच, वरिष्ठ उपप्रधान बनारसी लाल मेहता, कृष्ण गोपाल  शर्मा, कोषाध्यक्ष रमेश कटोच, कार्यालय सचिव योगिंद्र पाल भारद्वाज, सचिव गणेश दत्त शर्मा, प्रेस सचिव सुरिंद्र शर्मा, प्रचार सचिव प्रेम सिंह, सलाहकार कृष्ण मन्हास ने शास्त्री को फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। भगवान की आरती भी उतारी।  इस अमृतमय कथा का आनंद लेने के लिए हजारों की संख्या में पभु प्रेमियों ने भाग लिया और नाच गाकर पुण्य के भागीदार बने। इसके साथ मंदिर सुधार सभा की ओर से प्रभु प्रेमियों से अपील की गई हैं कि 15 अगस्त तक रोजाना सुबह 11 बजे से चलने वाली इस कथा में  ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर अपने जीवन को निहाल करें। सभा की ओर से भक्तों के लिए खानपान व लंगर की संपूर्ण व्यवस्था की गई है।