कालिका सहस्रनाम

By: Aug 3rd, 2019 12:06 am

श्मशान-कालिका काली भद्रकाली कपालिनी।

गुह्य-काली महाकाली कुरु-कुल्ला विरोधिनी।। 1।।

कालिका काल-रात्रिश्च महा-काल-नितम्बिनी।

कालभैरव-भार्या च कुल-वर्त्म प्रकाशिनी।। 2।।

कामदा कामिनीया कन्या कमनीय-स्वरूपिणी।

कस्तूरी-रस-लिप्ताङ्गी कुञ्जरेश्वर-गामिनी।। 3।।

ककार-वर्ण-सर्वाङ्गी कामिनी काम-सुंदरी।

कामार्त्ता काम-रूपा च काम-धेनुः कलावती।। 4।।

कांता काम-स्वरूपा च कामाख्या कुल-कामिनी।

कुलीना कुल-वत्यम्बा दुर्गा दुर्गति-नाशिनी।। 5।।

कौमारी कुलजा कृष्णा कृष्ण-देहा कृशोदरी।

कृशाङ्गी कुलाशाङ्गी च क्रीज्ररी कमला कला।। 6।।

करालास्य कराली च कुल-कांतापराजिता।

उग्रा उग्र-प्रभा दीप्ता विप्र-चित्ता महा-बला।। 7।।

नीला घना मेघ-नाद्रा मात्रा मुद्रा मिताऽमिता।

ब्राह्मी नारायणी भद्रा सुभद्रा भक्त-वत्सला।। 8।।

माहेश्वरी च चामुण्डा वाराही नारसिंहिका।

वङ्कांगी वङ्का-कंकाली नृ-मुण्ड-स्रग्विणी शिवा।। 9।।

मालिनी नर-मुण्डाली-गलद्रक्त-विभूषणा।

रक्त-चंदन-सिक्ताङ्गी सिंदूरारुण-मस्तका।। 10।।


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