कुंगल बाल्टी में ढहा मकान, लोग दहशत में

ननखड़ी -बरसात का यह कहर लोगों के आशियानें को साथ लेकर जा रही है। शिमला के साथ लगते ननखड़ी कुगंलबाल्टी में भी शनिवार रात को उस समय एक परिवार सहम गया, जब उनकेे घर के अंदर धीरे – धीरे पानी घूस गया। वहीं देखते ही देखते घर का आधा हिस्सा भी बह गया। यह हादसा देख परिवार के लोगों के रोंगटें खड़े हो गए। उम्र भर की कमाई से तैयार किया गया आशियाना पल भर में ही मिट्टी में मिल गया। कुगंल बाल्टी में पेश आए इस हादसे के बाद भी शाम तक प्रशासन का कोई भी अधिकारी परिवार के सदस्यों को सहानुभूति देने नहीं पंहुचे। हांलाकि जब संबधित प्रधान से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उक्त गांव बहुत दूर है, और सभी रोड़ ब्लॉक है। हांलाकि उन्होंने यह भी कहा कि उक्त घर तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। फिलहाल रात से हुए इस हादसे के बाद रविवार शाम तक  प्रशासन का कोई भी अधिकारी किशोरी लाल के घर नहीं पहुंच पाए। ऐसे में घर से गाद व पत्थर हटाने का कार्य वह दिन भर अकेले ही करते रहे।  दरअसल ननखड़ी तहसील की ग्राम पंचायत में शनिवार रात को भूस्खलन से किशोरीलाल पुत्र कलम सिंह गांव कंुगल बाल्टी बनैल थाच का मकान पूरी तरह से क्षती ग्रस्त हो गया है। जानकारी के अनुसार दो मंजिला लकड़ी के इस कच्चे मकान में बारह कमरे थे, जिसमें भूस्खलन से ऊपरी मंजिल के छह कमरे पूरी तरह से क्षती ग्रस्त हो गए है। इसके अलावा चार कमरे वाला रसोई घर के भी निचली मंजिल के दो कमरों में पानी मिट्टी पत्थर भरने से दोनों कमरे पूरी तरह नष्ट हो गए घर का परिवार डर के साए से रात भर घर से बाहर रहा। जानकारी मिली है कि कुगंल बाल्टी के इस घर में तौड़े गए सेब भी भूस्खलन से काफी नुकसानित हुए है।

ननखड़ी में दो अन्य घरों में पानी आने की सूचना

जानकारी मिली है कि ननखड़ी के ही दो ऐसे घर है, जिनके अंदर पानी आ गया है। ऐसे में उक्त दो घरों के लोग भी डर के सांय में रह रहे है। फिलहाल ननखड़ी की अधिकतर सड़के बह जाने की वजह से प्रशासन के अधिकारी भूस्खलन से प्रभावित हुए लोगों के घरों तक नहीं पहंुच पा रहे है।