कुल्लू के लोगों ने उठाया शहर की सफाई का बीड़ा

प्रशासन-नगर परिषद का सहयोग भी जरूरी, शहरवासियों को भी कर रहे जागरूक

कुल्लू -पिछले कुछ समय से कुल्लू में बढ़ी गंदगी की समस्या को लेकर शहरवासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है। कूड़ा फेंकने के लिए साइट न मिलने पर प्रशासन को भी खासी परेशानी यहां झेलनी पड़ रही है।  ऐसे में शहर की गंदगी सड़कों में समय पर न उठने के कारण से लोगों को यहां गंदगी के ढेर से होकर गुजरना पड़ता है। वहीं, गंदगी से साफ करने के लिए शहर के कुछ लोगों ने अब स्वयं शहर को साफ करने का बीड़ा उठा लिया है, जिसकी शुरुआत भी हो चुकी है। कुल्लू शहर के स्थानीय जागरूक लोगों ने बैठक कर शहर को किस तरह से साफ करना है, को लेकर रणनीति बनाई। इसके अंतर्गत  वार्ड 11 से इसकी शुरुआत की गई। यहां वार्ड में लोगों ने मिलकर वार्ड को स्वच्छ बनाने में अपनी अहम भूमिका अदा की। अभियान में लोगों ने पार्षदों को भी अपने साथ चलने का आह्वान किया है, ताकि सभी के प्रयासों से शहर को साफ रखा जाए। अंशुल पराशर की मानें तो एक जीवंत शहर किस तरह  आहिस्ता मृत्यु की तरफ  अग्रसर है। यदि इसका अंदाजा लगाना हो तो शायद हम इसी शहर कुल्लू की बात कर रहे हैं। आज कुल्लू अव्यवस्था का शिकार होकर कूड़े, दुर्गंध, पर्यावरण के प्रति उदासीन शहर की संज्ञा प्राप्त कर रहा है। ऐसे में शहर को साफ करने के लिए हम सभी को भी जागरूक होते हुए आगे आना चाहिए। इसी प्रयास से आज हम शहर को स्वच्छ करने के लिए एक साथ निकले हैं। अंशुल पराशर का कहना है कि हर समस्या का समाधान सरकार, नगर परिषद् व प्रशासन ही करेगा। हमें प्रशासन का पूरा सहयोग करना है। इस विश्वास के साथ ही प्रशासन हमें पूरा सहयोग देगा,  कुल्लू नगर के कई प्रबुद्ध लोग इस अभियान में  हमारे साथ जुड़े हैं और जुड़ते जा रहे हैं। उन्होंने सभी कुल्लू शहर के लोगां से व पर्यावरण प्रेमियों से व विभिन्न संस्थाओं से शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में सहयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आगामी बैठक में योजना बनाई जाएगी कि किस तरह से आगे सफाई शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज कुल्लू शहर अपना अस्तिव खो रहा है। उसे बचाने के लिए किसी को कोसने की नहीं बल्कि मिलकर शहर को बेहतर बनाने के लिए काम करने की जरूरत है। वहीं, प्रशासन की और से भी जागरूक हुए लोगों की सराहना की जा रही है, जो अपनी जि मेदारियों को समझते हुए अपना सहयोग कर रहे हैं।