कूहल की खुदाई… बीरता घरों में बंदी

कांगड़ा से मटौर जाने वाले मुख्य मार्ग पर खोदी छह फुट गहरी नाली, काले पानी की सजा भुगत रहे लोग

कांगड़ा -कांगड़ा से मटौर को जाने वाले मुख्य मार्ग पर बीरता में विभाग द्वारा कूहलों की खुदाई इस कद्र की गई कि लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। पिछले दो दिनों के लोग काले पानी की सजा भुगत रहे हैं। उल्लेखनीय है कि विभाग ने बीरता में कूहलों का काम शुरू तो किया, लेकिन कार्य के दौरान लोगों की पुरी तरह से अनदेखी भी की कूहलों की खुदाई करने के बाद लोगों को घरों को जाने के लिए अस्थायी रास्ते नहीं बनाए गए, जिस कारण लोग अपने घरों मे 24 घंटे बंदी बने रहे, लेकिन प्रशासन और विभाग ने इनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया। हालांकि कार्य शुरू होने से पहले विभाग ने निशानदही करने के बाद लोगों को आश्वासन दिया कि वे लोगों की मलकीत में खुदाई नहीं करेंगे, लेकिन जब कार्य शुरू हुआ तो न आर देखा न पार लोगों की अपनी जमीन पर भी पंजा चला दिया। गांववासियों का कहना है जहां इस कार्य में कई घरों को दुनिया से काट दिया गया है, वही कई महलों को तो पुरी तरह अलग कर दिया। लोगों का कहना है कि विकास का मतलब यह नहीं कि आप किसी के घर का रास्ता बंद कर दें। उन्होंने कहा कि हालांकि इस बारे एसडीएम कांगड़ा को रात को सूचना दे दी गई, लेकिन उसके बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। लोगों का कहना है कि ऐसी विभाग की क्या मजबूरी आ गई थी कि बरसात के दिनों में कूहलों का कार्य शुरू कर दिया गया और उसके बाद छह फुट गहरी खुदाई के कारण कुछ लोगों की बिल्डिंगों के बैठने का डर है। लोगों का कहना है कि ऊपर से काम भी कछुए की चाल चल रहा है। विभाग के जेई की मानें, तो उनका कहना है कि ठेकेदार को आदेश जारी कर दिए गए है कि काम युद्ध स्तर पर चलाए।