जलमग्न हुआ चाबा पावर हाउस

सालों पुराना पुल भी बहने की कगार पर, दहशत में लोग

शिमला -राज्य बिजली बोर्ड का करीब 105 साल पुराना अंग्रेजों का बनाया हुआ चाबा पावर हाउस जलमग्न हो गया है। सतलुज के किनारे चाबा पावर हाउस से शिमला के लिए बिजली की आपूर्ति किसी जमाने में की जाती थी। अब यहां से आसपास के क्षेत्रों में ही बिजली की आपूर्ति की जाती है, जो कि ठप हो गई। क्योंकि जलमग्न होने के साथ ही इस परियोजना को बंद कर दिया गया। बताया जाता है कि यहां सतलुज का पानी पावर हाउस के भीतर तक घुस आया और लगातार कई घंटों तक पानी यहां पर था। इस वजह से वहां से कर्मचारी भी ऊपर की ओर चले गए और बिजली का उत्पादन पूरी तरह से बंद कर दिया गया। इस पावर हाउस के साथ सालों पुराना एक वैली ब्रिज भी बनाया गया है जो भी पानी में डूब गया था। इस पुल के बहने का खतरा मंडरा रहा है, जो कभी भी पानी के बहाव में ढह सकता है। इस पुल से लोग गुजरते हैं जो सतलुज पार के इलाकों को जाने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। प्रशासन ने यहां से लोगों की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया और सतलुज किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया। यहां साथ लगते घरों से भी लोगों को दूर रहने के लिए कहा गया है। बारिश के तांडव ने यहां कहर बरपाना शुरू कर दिया है। इसी तरह से बारिश का सिलसिला चलता रहा तो यहां पर लोगों  को नुकसान उठाना पड़ सकता है। सतलुज किनारे रहने वाले लोग खौफजदा हैं। यहां चाबा, शकरोड़ी, सुन्नी, थली आदि स्थानों के साथ तत्तापानी में रहने वाले लोगों की नींद हराम हो चुकी है। पिछले कई दिनों से यहां पर पुलिस लगातार लोगों को अलर्ट कर रही है। चाबा पावर हाउस में पानी घुसने के बाद लोगों में दहशत का माहौल था, जिसकी खूब चर्चा क्षेत्र में हो रही थी। लोगों ने यहां के वीडियो व फोटो वायरल करने शुरू कर दिए। सोशल मीडिया में उनके वायरल होने के साथ ही लोग सतर्क हो गए। मौके पर प्रशासन और पुलिस नजर रखे हुए थी। दोपहर बाद बारिश का दौर थमने से लोगों की सांस में सांस आई और फिर मौसम साफ होने लगा। चाबा पावर हाउस को वहां पानी घुसने से हुए नुकसान का आकलन सोमवार को किया जाएगा। बिजली बोर्ड ने यहां के अधिकारियांे को इस पर रिपोर्ट देने को कहा है।