जान हथेली पर रखकर उफनती खड्ड पार

रसराह के बाहली गांव को पुल न होने से बच्चों को झेलनी पड़ रहीं दिक्कतें, हादसे का डर

धर्मशाला -जिला मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगती सराह पंचायत के बाहली गांव के बांशिदें बरसात में काला पानी की सजा काटने के लिए मजबूर हो रहे हैं। बाहली गांव के स्कूली बच्चों को अपनी जान की बाजी लगाकर उफनते हुए नाले को पार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बाहली गांव के लिए आधा-अधूरा पुल बनाया गया है। अब भारी बरसात में नाले ने अपना रुख बदल लिया है। इसके कारण गांववासियों को संपर्क अन्य क्षेत्र से पूरी तरह से टूट गया है, जिसके कारण लोगों व स्कूली बच्चों को उफनते नाले को पार करके ही स्कूल व अन्य स्थानों पर पहुंचना पड़ रहा है। धर्मशाला ब्लॉक के तहत आने वाले सराह पंचायत में पिछले एक दशक से भी अधिक समय से समस्या बनी हुई है। पीडब्ल्यूडी द्वारा आधी-अधुरी सड़क बनाकर छोड़ दिया गया है। जिसके कारण बरसात के दिनों में गांववासियों के लिए काला पानी की सजा बन गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण नाले ने एक बार फिर अपना रुख बदल लिया है। जिसके कारण लोग अपने गांव में ही कैद होने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में छोटे-छोटे बच्चे पास में स्थित स्कूल जाने के लिए भी अपनी जान हथेली में रखकर ही जा रहे हैं। बच्चों को नाला पार करवाने के लिए अभिभावकों को नाले से उठाकर बच्चों को पार करवाया जा रहा है, जबकि छुट्टी होने पर भी उन्हें नाले में पहले ही पंहुचना पड़ता है। सराह के बाहली वार्ड की वार्ड पंच कंचना देवी, श्याम कुमार, सुरत सिंह, रजनी कुमारी, रणजीत सिंह, सरोज कुमारी, सीमा देवी, छात्र शगुन, काजल, मुस्कान, रिशव, प्रिंस व अंशुल का कहना है कि हर बार बरसात में उन्हें परेशानियां झेलनी पड़ती है। उनका कहना है कि सरकार व प्रशासन के समक्ष इतनी बार समस्य उठाने के बावजूद भी कोई हल नहीं हो पा रहा है।