ज्वालामुखी मंदिर में सदियों पुरानी परंपरा टूटी

सोमवार को मंदिर में बिना शहनाई-नरसिंगा के हुई दोपहर की आरती, मौके से कर्मचारी गायब

ज्वालामुखी –विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में सोमवार दोपहर की आरती के दौरान शहनाई वादकों के ड्यूटी से गायब रहने पर मंदिर अधिकारी तहसीलदार बीडी शर्मा काफी नाराज हुए। उन्होंने तत्काल मंदिर कार्यालय को आदेश दिए कि शहनाई वादकों की अबसेंट लगाई जाए और इस मामले को अनुशासनहीनता के दायरे में लाकर शहनाई वादकों के खिलाफ नोटिस निकाले जाएं।  साथ ही नोटिस में उनसे जवाब मांगा जाए कि क्यों वे अपनी ड्यूटी से गायब रहे। उसके गायब रहने से माता की सदियों से हो रही शहनाई व नगाड़ों के साथ दोपहर की आरती में विघन पड़ा है। सदियों से चली आ रही परंपरा को तोड़ा गया है, जो अति निंदनीय व अक्षम्य है। मंदिर न्यास ने नगाड़ा वादक, शहनाई वादक व नरसिंगा वादक को मंदिर के कर्मचारियों के रूप में तैनात किया है । उनको मंदिर से अच्छा वेतन अन्य कर्मचारियों की तरह ही मिलता है, परंतु कुछ  समय से शिकायतें आ रही थी कि कुछ कर्मचारी ड्यूटी पर अकसर गायब रहते हैं । सोमवार को तो अनुशासनहीनता की हद हो गई, जब सभी कर्मचारी आरती के दौरान गायब पाए गए। माता की आरती के दौरान शहनाई व नरसिंगा वादक मंदिर में तैनात नहीं थे, जिससे यात्रियों व स्थानीय लोगों की आस्था को भी ठेस लगी है। मंदिर न्यास सदस्य शैलेश शर्मा ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मंदिर के सभी कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करनी चाहिए।  मंदिर अधिकारी ने सुरक्षा प्रभारी मंदिर रवि दत्त भारद्वाज को मौके पर भेजा तो वहां पर कोई भी शहनाई वादक नहीं था केवल मात्र नगाड़़ा वादक ही था। शहनाई वादक न होने से माता की आरती बिना शहनाई के ही हो पाई,  जिसका पुजारी वर्ग ने भी कड़ा संज्ञान लिया है। मंदिर अधिकारी तहसीलदार बीडी शर्मा ने कहा कि इस मामले में कड़ा संज्ञान लिया गया है। अनुपस्थित शहनाई वादकों का एक दिन का वेतन काटा जाएगा, वहीं उनको नोटिस देकर जवाब भी मांगा जाएगा । यदि उनके जवाब से मंदिर न्यास संतुष्ट न हुआ, तो कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।