टावर लाइन का काम रुकवाया

By: Aug 12th, 2019 12:20 am

बरोट में एक माह पहले रोपे पौधों को नुकसान पहुंचाने पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा

बरोट –मुल्थान में निर्माणाधीन 25 मेगावाट की टावर लाइन का काम बरोट गांव के बाशिंदों ने रोक दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि डीपीएफ जंगल बरोट में पेड़ कटान से पहले पंचायत से बात नहीं की गई और ठेकेदार द्वारा किए जा रहे काम से हाल में रोपे एक हजार देवदार के पौधे भी नष्ट हो गए हैं। इसलिए गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को उक्त टावर लाइन का काम रुकवा दिया। जानकारी के अनुसार बरोट गांव के 200 लोगों ने  डीपीएफ जंगल बरोट में एक हजार देवदार के पौधे एक महीना पहले रोपे थे। इस जगह से उक्त टावर लाइन जानी है। इसके लिए वन विभाग कारपोरेशन मंडी द्वारा मार्क किए देवदार के पेड़ों का कटान हुआ है, लेकिन इससे लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। बरोट गांव की महिला मंडल प्रधान संतोष, युवक मंडल प्रधान राकेश, ग्राम सुधार सभा प्रधान होशियार सिंह, गांववासी गोदा देवी, चिंता देवी, रामकली, सुम्प्ती, मेघ सिंह, केसरू, रत्न, रमेश, महिंद्र, दीवान चंद, इंद्र देव, अछरी देवी, बुद्धि सिंह, रुकमणि, सुनी देवी, मंगत राम, असवानी, भादरू राम, राम सिंह, सुशील कुमार ने कहा कि  टावर लाइन में कारपोरेशन वन मंडी द्वारा मंजूर देवदार के नौ पेड़ काटे जा रहे हैं, लेकिन रविवार को गांव के लोगों ने देखा कि पेड़ों के साथ गांव के लोगों ने देवदार के एक हजार पौधे एक महीना पहले रोपे थे, उन्हें भी नष्ट कर दिया गया है। गांव का मुख्य रास्ता पशु व जंगल जाने का रास्ता भी भारी स्लाइडिंग से बंद हो गया है इसलिए ठेकेदार को कार्य करने से रोक दिया है। 214 देवदार स्लीपर जो काटे गए, पेड़ों से निकले हैं उसकी सूचना भी वन रक्षक नरोत्तम सिंह व लिखित सूचना वन मंडल जोगिंद्रनगर, कारपोरेशन अधिकारी जोगिंद्रनगर, पुलिस थाना पद्धर को भेज दी है। गांववासियो का कहना है कि आज तक कोई भी अनापत्ति प्रमाण पत्र कंपनी ने पंचायत से नहीं लिया है। इस बारे में वनरक्षक कारपोरेशन नरोत्तम ने कहा कि जो पेड़ काटे हैं, वे विभाग द्वारा चिन्हित किए गए हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App