टैक्स देते हैं, फिर भी सौतेला व्यवहार

By: Aug 16th, 2019 12:01 am

निजी बस आपरेटरों में रोष, हमीरपुर में 18 को बनाएंगे रणनीति

शिमला – प्रदेश के निजी बस आपरेटर कई समस्याओं से जूझ रहे हैं और सरकार निजी बस आपरेटर की कोई सुध नहीं ले रही है। प्रदेश मे एचआरटीसी द्वारा जेएनएनयूआरएम के तहत आई बसों को बिना रूट परमिट और बिना टाइम टेबल के गैरकानूनी तरीके से चलाया जा रहा है, जिससे प्रदेश का हर निजी बस आपरेटर का आहत है। ये शब्द हिमाचल प्रदेश निजी बस आपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश निजी बस आपरेटर संघ की राज्य स्तरीय बैठक 18 अगस्त को हमीरपुर में होेगी। इस बैठक की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश में निजी बस आपरेटर संघ के राज्य अध्यक्ष राजेश पराशर करेंगे। रमेश कमल ने कहा है कि इस बैठक में प्रदेश निजी बस आपरेटर को आ रही समस्याओं पर विचार-विमर्श करके अगली रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा है कि हिमाचल में निजी बस आपरेटरों और एचआरटीसी के प्रति सरकार द्वारा दोहरी नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि निजी बस आपरेटर सरकार को हर महीने करोड़ों रुपए टैक्स अदा करते हैं, लेकिन फिर भी निजी बस आपरेटर के साथ सौतेला व्यवहार अपनाया जा रहा है। अगर निजी बस आपरेटर 50000 का भी टैक्स डिफाल्टर हो जाता है, तो उसको न ही पासिंग परमिशन दी जाती है और न ही उसका परमिट नवीनीकरण किया जाता है, जबकि  एचआरटीसी का 2008 के बाद अभी तक का करोड़ों रुपए का टैक्स बकाया है और इनको नए परमिट भी दिए जा रहे हैं।


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