डायरिया की चपेट में आने लगा सोलन जिला

अस्पताल में इलाज को रोजाना पहुंच रहे आठ से दस मरीज, अब तक दो हजार मामले आए सामने

सोलन -प्रदेश में लगातार बदल रहे मौसम में जलजनित बीमारियां बढ़ती जा रही हंै। जिला में अब तक 2000 से अधिक डायरिया के मामले पहुंच चुके हैं। वहीं धीरे-धीरे डेंगू भी अपने पैर पसारने लग गया है। जानकारी के अनुसार जिला भर में 240 सीएचसी, पीएचसी व अन्य अस्पतालों में 2000 से अधिक डायरिया के मामले पहुंचे हैं। जबकि डेंगू के 58 मामले अस्पताल में आए है। इनमे  क्षेत्रीय अस्पताल में 23 मामले, 21 मामले बद्दी और 11 मामले नालागढ़ के हंै। यह सभी मामले जनवरी माह से लेकर अब तक के हंै। क्षेत्रीय अस्पताल में रोजाना आठ से दस डायरिया से ग्रस्त मरीज अपने उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। जैसे-जैसे बारिशों का दौर बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे डायरिया के मरीजों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होनी शुरू हो चुकी है। यह सभी मामले एक जगह के न होकर जिला के विभिन्न क्षेत्रों के है। हालांकि अस्पताल प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने जलजनित व बरसात में होने वाली अन्य बीमारियों को लेकर पूरी अलर्ट है और लोगों को भी इस बारे जागरूक किया जा रहा है। उधर, डेंगू से बचाव के लिए भी स्वास्थ्य विभाग ने अपनी कमर कसी हुई है और जिला के विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग प्रक्रिया की जा रही है। इसी के साथ बरसात में दूषित पानी पीने से होने वाली डायरिया व अन्य बीमारियों को लेकर भी टास्क फोर्स टाइम जिलाभर में तैनात की गई हैं। के शुरुआती दिनों में ही अलर्ट है और इस के लिए अपनी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।

मरीजों को दी जा रही ओआरएस पीने की सलाह

क्षेत्रीय अस्पताल के जिला स्वास्थ्य अधिकारी एनके गुप्ता ने बताया कि जलजनित बिमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के पास सभी दवाईयां उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि डायरिया के अभी तक जिलाभर में 2000 व डेंगू के 58 मामले आए है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को उपचार दिया जा रहा है। बताया कि उल्टी दस्त लगने पर मरीजों को ओआरएस का घोल लेने की सलाह दी जा रही है।