दस साल के बाद अगस्त में बर्फबारी

केलांग –लाहुल मंे सीजन के पहले हिमपात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर डाला है। लाहुल में करीब एक दशक बाद जहां अगस्त माह में हिमपात का दौर शुरू हुआ है, वहीं बर्फबारी के कारण घाटी के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। लाहुल घाटी में खराब मौसम के कारण यहां बहने वाली चंद्रभागा नदी का जल स्तर जहां खतरे के निशान पर पहुंच गया है, वहीं प्रशासन ने क्षेत्र में अलर्ट जारी कर लोगों से सुरक्षित स्थलों पर रहने की अपील की है। एसडीएम केलांग अमर नेगी ने बताया कि घाटी में शनिवार से ही मौसम खराब बना हुआ है। उन्होंने बताया कि शनिवार रात को जहां लाहुल में सीजन का पहला हिमपात हुआ है, वहीं घाटी के कुछ क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण दूरसंचार व्यवस्था भी ठप हो गई है। उन्होंने बताया कि शनिवार रात को जिला मुख्यालय केलांग में दो इंच तक बर्फबारी दर्ज की गई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के बीच सुरक्षित स्थलों पर ही रहें। उधर, लाहुल घाटी के स्थानीय लोगों का कहना है कि करीब एक दशक के बाद घाटी में अगस्त माह में बर्फबारी हुई है। उन्होंने बताया कि बर्फबारी होने से जहां लाहुल के किसानों की फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है, वहीं मनाली-लेह मार्ग के ठप होने से किसानों की गोभी व मटर की फसल की खेप भी घाटी में ही फंस गई है। केलांग पंचायत के प्रधान दोरजे उपासक का कहना है कि  हिमपात के कारण लाहुल के दूरदराज के गांवों में विद्युत व्यवस्था भी ठप पड़ गई है। उन्होंने बताया कि करीब एक दशक के बाद लाहुल में अगस्त माह में हिमपात हुआ है।