देवता काशू नारायण कर रहे मणिकर्ण की परिक्रमा

मणिकर्ण।  धार्मिक एवं तीर्थ नगरी मणिकर्ण इन दिनों देवनाटी में मंगलमय हो गई है। बनाउगी के देवता कोशु नारायण की मणिकर्ण घाटी की परिक्रमा से घाटी झूम उठी है। देवता परिक्रमा करते माता रूपासना के पांच हरियान क्षेत्र पहुंचे हैं। धारला में माता रूपासना के प्रांगण में जन्हा देवता काशू नारायण रथ में विराजमान हुए, तो वहीं देवनाटी भी शुरू हुई। नाटी में सब जगह प्रसिद्ध लोक कलाकार इंद्र जीत का हाडे मेरे मामुआं हो गीत खास बना है। इस गीत को हर मंदिर परिसर में डाली जा रही नाटी में गाया जा रहा है। बता दें कि देवता के कारकून मणि राम ने बताया कि सैंज घाटी की शैशर कोठी के आराध्या देवता कशु नारायण, लाव लश्कर के साथ दो सप्ताह पूर्व शाही स्नान के लिए रवाना हो गए हैं। एक माह तक चलने वाले इस दौरे में देवता कशु नरायण 11 अगस्त को खीरगंगा पहुंचेंगे,  जहां 5000 हजार देवलू संग कशु नारायण शाही स्नान करेंगे। लिहाजा सैकड़ों देउलू  और हरियानो की मौजूदगी में पूरी मणिकर्ण घाटी इन दिनों भक्ति मैय हो गई है और अन्य राज्यों से यहां घूमने आए पर्यटक भी इस धार्मिक यात्रा के साक्षी बन रहे हैं।