दो मरीजों का होगा किडनी ट्रांसप्लांट

आईजीएमसी में अगले सप्ताह ऑपरेशन की तैयारी, एम्स से आएंगे डाक्टर

शिमला – आईजीएमसी में दो मरीजों का किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। हालांकि अभी उनके नाम-पते सार्वजनिक नहीं किए जा रहे हैं, लेकिन एम्स के डाक्टर्ज के निर्देशों के तहत दो मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए तैयार किया गया है। गौर हो कि पहले भी एम्स के डाक्टर्स ने ये साफ किया था कि केवल एक मरीज के ट्रांसप्लांट के लिए वह नहीं आएंगे। किडनी ट्रांसप्लांट करवाने आए मरीजों की संख्या को बढ़ाया जाए। फिलहाल अब आईजीएमसी ने भी दो डोनर सहित दो किडनी पेश्ोंंट को ढूंढ लिया है। जानकारी के मुताबिक अभी उनके टेस्ट चल रहे हैं। अगले सप्ताह किडनी ट्रांसप्लांट को लेकर अस्पताल में बैठकों का दौर भी जारी है। बैठक में किडनी ट्रांसप्लांट की ओटी के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया है। सूचना है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो 12 अगस्त को किडनी ट्रांसप्लांट की अहम योजना को अमलीजामा पहना दिया जाएगा। गौर हो कि आईजीएमसी पर किडनी ट्रांसप्लांट करने का अब सरकार का भारी दबाव है। विधानसभा सत्र से पहले अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन किया जा सकता है। इसमें अभी 12 अगस्त का समय निर्धारित किया गया है। गौर हो कि पिछले दिनों आईजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती किया गया मरीज़ मौत के मुंह में चला गया था। भले ही कारण यह रहा कि उसके लिए न तो डोनर का इंतजाम हो पाया और न ही एम्स से डाक्टर पहुंच पाए, लेकिन आईजीएमसी में एक ऐसी उम्मीद हार गई, जो जीवन की आस लगाए बैठी थी। फिलहाल अब सरकार ने आईजीएमसी को साफ कहा है कि जल्द से जल्द ऑपरेशन को अंजाम दिया जाए। अब नौ अगस्त को एम्स से चिकित्सकों के आने की सूचना है।

किडनी दान करने के लिए जागरूकता जरूरी

विशेषज्ञों का कहना है कि जो किडनी दान देता है, उसका स्वास्थ्य भी ठीक रहता है, लेकिन इसके लिए प्रदेश में एक अहम काउंसिलिंग अभियान चलाना भी जरूरी दिख रहा है। हर वर्ष सौ से अधिक मरीज़ किडनी इन्फेक्शन की वजह से अस्पतालों के चक्कर काटते हैं। फिलहाल अब देखना यह है कि आईजीएमसी 12 अगस्त को सफल हो पाता है या नहीं?