धारा 370 हटाना, भारत का स्वर्णिम अध्याय

गगरेट -जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय को विधायक राजेश ठाकुर ने ऐतिहासिक करार देते हुए इसे भारत का स्वर्णिम अध्याय बताया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से लग रहा है जैसे असल में अब जम्मू-कश्मीर का देश में विलय हुआ है। अब एक ही देश में दो निशान व दो संविधान नहीं रहेंगे, बल्कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक तिरंगा शान से लहराएगा। राजेश ठाकुर ने कहा कि आजादी के बाद जो सबसे बड़ी भूल हुई थी उसे सुधारने के लिए वास्तव में ही 56 इंच का सीना चाहिए था जो आजादी के बाद इस देश का कोई भी प्रधानमंत्री नहीं रख पाया। अब इस देश के सच्चे सपूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबित कर दिया है कि दृढ़ इच्छाशक्ति से बड़े से बड़े मसले का हल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर से सिर्फ धारा 370 को ही समाप्त करने का निर्णय नहीं लिया है बल्कि जम्मू-कश्मीर का भूगोल भी बदल दिया है। लद्दाख व जम्मू-कश्मीर अब केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जाने जाएंगे। उन्होंने कहा कि एक ही देश में दो संविधान व दो निशान किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किए जा सकते। सभी राजनीतिक दल शुरू से कहते आ रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है तो इस अभिन्न अंग के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति भी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस निर्णय से पाकिस्तान को भी पता चल गया है कि अब वह कश्मीर का राग अलापने के सपने लेना बंद कर दे। अब समय आ गया है जब देश का कोई भी नागरिक कश्मीर में भी जमीन लेकर वहां अपना व्यवसाय कर सकता है और वहां रहना चाहे तो रह सकता है।