नए छात्रों के लिए होगा अलग होस्टल

वाईएस परमार छात्रावास में 160 छात्रों की भरी जाएंगी सीटें, विवाद रोकने को प्रशासन ने लिया फैसला

शिमला -हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के होस्टलों में कोई विवाद न हो, इस मकसद से अब नए छात्रों को अलग ही होस्टल दिया जाएगा। एचपीयू ने फैसला लिया है कि इस साल प्रवेश पाने वाले लगभग 160 छात्रों को वाइएस परमार होस्टल में ही शिफ्ट किया जाएगा। एचपीयू का दावा है कि इससे होस्टल में होने वाली लड़ाई झगड़ों से भी छुटकारा मिल जाएगा। अहम यह है कि पहली बार होस्टल में रहने वाले छात्रों को भी अपने सीनियर से कोई भय नहीं रहेगा। बताया जा रहा है कि एचपीयू ने इसको लेकर वाईएस परमार होस्टल को पूरी तरह से रेनुवेट भी कर दिया है। जानकारी के अनुसार बाकी तीन ब्वायज होस्टल में दूसरे छात्रों को  रखा जाएगा। कहा जा रहा है कि एचपीयू ने ब्वायज होस्टल के सभी कमरों को रेनुएट कर दिया है। वहीं, केवल टैगोर होस्टल ही ऐसा रह गया है, जिसका रेनुएट का कार्य चला हुआ है। गौर हो कि प्रदेश विश्वविद्यालय में राज्य भर से छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। एचपीयू में सबसे ज्यादा ब्वायज को ही होस्टल न होने की वजह से खासी दिक्कतें उठानी पड़ती हंै। यही वजह है कि हर बार की तरह इस साल भी यही समस्या छात्रों के समक्ष आ रही है। फिलहाल होस्टल में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए एचपीयू ने एक होस्टल में नए प्रवेश में आए छात्रों को ही ठहराने का फैसला लिया है। गौर हो कि इसके लिए एचपीयू ने छात्रों को एक होस्टल से दूसरे होस्टल में शिफ्ट करने का कार्य शुरू कर दिया है। रोजाना एचपीयू प्रशासन छात्रों को एक होस्टल से दूसरे होस्टल में भेज रहे हैं। विश्वविद्यालय में इसका विरोध भी हो रहा है। बता दें कि एचपीयू ने इस साल से होस्टल में रहने के लिए सख्ती अपनाई है। यह सख्ती हाल ही में एचपीयू में छात्र संगठन के बीच हुई लड़ाई के बाद के  बाद हुई है। बता दें कि विश्वविद्यालय में हाल ही में  छात्र गुटों के बीच लड़ाई होने की वजह से दर्जनों छात्रों को चोटें आई थीं, इस वजह से एक माह तक एचपीयू में माहौल बड़ा गर्म रहा था। इस सत्र में ऐसा न हो, इसके लिए छात्रों को सोच समझकर ही होस्टल के कमरे अलॉट किए जा रहे हंै। बता दें कि एचपीयू ने इसको लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी है। वहीं यह भी साफ किया है कि होस्टल में हुड़दंग मचाने वाले छात्रों को बाहर का रास्ता भी दिखाया जाएगा। एचपीयू ने साफ किया है कि नए सत्र से  छात्र होस्टल में नियमों का पालन करें। गौर हो कि विश्वविद्यालय के होस्टल में छात्रों को एंट्री के लिए पास भी होंगे। पुराने छात्रों के एंट्री पास तो पहले ही बना दिए थे। ऐसे में बताया जा रहा है कि अब नए छात्रों के पास भी बनाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच हुई लड़ाई के बाद ही एंट्री पास पर एचपीयू ने यह बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन ने साफ किया है कि जो छात्र एंट्री पास नहीं दिखाएगा, उसे अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।