नारकंडा सेब मंडी का भगवान रखवाला

बागबानों के लिए शौचालय, पेयजल सहित अन्य सुविधाओं का टोटा, सेब सीजन मे सेब मंडी में हजारों लोगों की हो रही आवाजाही

नारकंडा –सेब सीजन के समय सेब मंडी नारकंडा में सेब के कारोबारियों, लेबर, ट्रक चालकों सहित हर रोज हजारों की संख्या में बागबानों का आवागमन होता है। नारकंडा मंडी मे किन्नौर, कुल्लु, मंडी सहित शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों का सेब बड़ी मात्रा में बिकने के लिये आता है। सेब सीजन के तीन माह तक नारकंडा मंडी मे हर रोज आने वाले हजारों बागवानों के लिये विभाग द्वारा ना तो शौचालय की सुविधा मुहैया कराई गई है और न ही शुद्व पेयजल, सहित रैन शेल्टर और पार्किगं व अन्य सुविधाओं का कोई इंतजाम किया गया है। आढ़ती एसोसिएशन नारकंडा के अनुसार गत वर्ष नारकंडा मंडी से आढ़तियों द्वारा लगभग तीन करोड़ रूपए की एपीएमसी फीस अदा की गई थी जो कि इस वर्ष ज्यादा फसल के कारण और बढ़ने की संभावना है। आढ़ती एसोसिएशन तथा स्थानीय बागवानों व टा्रंसपोर्टरों ने सरकार व विभाग से मंाग उठाई है कि नारकंडा सेब मंडी मे विभिन्न स्थानों पर बागवानों व लेबर तथा ट्रक संचालकों के लिये शौचालय और पेयजल जैसी मूलभूत सविधाएं मुहैया कराए ताकि लोगों को परेशानी ना हो। गौरतलब है कि सरकार को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है और प्रदेश में चार हजार करोड़ से ऊपर बढ़ते सेब उद्योग की मुख्य सतंभ नारकंडा सेब मंडी में व्यवस्था को बेहतर करने में पहल करनी चाहिए। सरकार को आढ़तियों को सेब लाइसैंस जारी करने वाले कृषि विभाग तथा मार्केट फीस कोलेक्ट करने वाली संस्था एपीएमसी को नारकंडा मंडी में बागवानो के लिये मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने के लिये दिशा निर्देश जारी करने चाहिए।