नावग्रवो में डायरिया के चार मामले

बरसात के चलते बीमारी ने पसारे पांव,स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर

गोहर -चच्योट के नावंग्राव में सोमवार को डायरिया के चार और मामले सामने आए हैं। अब इस क्षेत्र में डायरिया के मरीजों की संख्या 77 हो गई है। सोमवार को सामने आए चार मामलों में से एक को सिविल अस्पताल गोहर में उपचार के लिए भर्ती कर दिया गया है, जबकि तीन अन्य मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा दवाइयां वितरित की गई है। अब उनकी हालत में लगातार सुधर हो रहा है। उलेखनीय है कि चच्योट पंचायत के अंतर्गत करीब छह गांव में गत सप्ताह से डायरिया फैला हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उस समय से लगातार प्रभावित गांव में उपचार के लिए डेरा लगाया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस क्षेत्र में डायरिया फैलने का मुख्य कारण गंदे पेयजल का सप्लाई होना है। आईपीएच विभाग के अधिकारयों व कर्मचारियों ने संबंधित पेयजल योजनाओं के स्रोतों से पानी के सैंपल लेकर प्रयोगशालाओं को भेज दिए है। सिविल अस्पताल गोहर के प्रभारी डा. कुलदीप शर्मा ने खबर की पुष्टि की है। पैरामेडिकल स्टाफ  की टीम पिछले करीब एक सप्ताह से लगातार प्रभावित गांव में उपचार हेतु डेरा डाले हुए है। स्थिती अब नियंत्रण में है। सिविल अस्पताल गोहर के प्रभारी डा. कुलदीप शर्मा ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ  की टीम पिछले करीब एक सप्ताह से लगातार प्रभावित गांव में उपचार हेतु डेरा डाले हुए है। स्थिती अब नियंत्रण में है। आईपीएच विभाग के अधिकारयों व कर्मचारियों ने संबंधित पेयजल योजनाओं के स्रोतों से पानी के सैंपल लेकर प्रयोगशालओं को भेज दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ो के अनुसार अब तक छ्वाड़ गांव में 13. कुफरी दो, साह चार, चौगान 17, धगवाहन नौ, भगवानपुर तीन, सठखन नौ, नावोगरवां एक तथा जनदं के करनाला गांव में पांच मामले डायरिया के पाए गए हंै। सोमवार को चार नए मामले सामने आने से अब डायरिया प्रभावित मरीजों को संख्या 77 हो गई है।