नूरपुर में जन्माष्टमी की रौनकें

श्री बृजराज स्वामी मंदिर तक बैंडबाजे संग निकाली शोभायात्रा

नूरपुर -नूरपुर के किले में स्थित श्री बृजराज स्वामी मंदिर का जिला स्तरीय जन्माष्टमी मेला शुक्रवार को धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में विधायक राकेश पठानिया की पत्नी बंदना पठानिया व प्रदेश भाजयुमो सचिव भवानी पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की ।  कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीएम नूरपुर डा. सुरिंद्र ठाकुर ने की। कार्यक्रम में नगर परिषद नूरपुर की अध्यक्ष कृष्णा महाजन, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष आरके महाजन, नगर परिषद नूरपुर के कार्यकारी अधिकारी आरएस वर्मा एडीएसपी नूरपुर डा. साहिल अरोड़ा, मेला अधिकारी तहसीलदार नूरपुर डा. गणेश ठाकुर, बीडीओ नूरपुर ओपी ठाकुर, लोक निर्माण विभाग के सर्किल नूरपुर के अधीक्षण अभियंता विकास सूद सहित कई अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यातिथि बंदना पठानिया ने सभी को जन्माष्टमी त्योहार की शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर भाजयुमो के प्रदेश सचिव भवानी पठानिया ने कहा कि नूरपुर का ऐतिहासिक श्री बृजराज स्वामी मंदिर आस्था का केंद्र है और इससे नूरपुर की पहचान है।  इस अवसर पर एसडीएम नूरपुर डा. सुरिंद्र ठाकुर ने भी संबोधित किया और कहा कि मेले हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं और इससे आपसी भाईचारा बढ़ता है। इस मौके पर नगर परिषद नूरपुर की अध्यक्ष कृष्णा महाजन ने भी संबोधित किया।  इससे पहले नगर परिषद से श्री बृजराज स्वामी मंदिर तक बैंडबाजों के साथ एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई और मुख्यातिथि व अन्य गणमान्य लोगों ने मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना कर भगवान श्री बृजराज स्वामी के आगे माथा टेका व आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर नगर परिषद की ओर से मुख्यातिथि व अन्य गणमान्य को सम्मानित किया गया।

भक्तों के लिए मंदिर परिसर में सजे फलाहार के स्टाल

जिला स्तरीय जन्माष्टमी मेले में मंदिर परिसर में पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष एंव समाजसेवी आरके महाजन ने प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए फलाहार के स्टाल लगाए थे। यहां श्रद्धालुओं को सेब, केले, स्यूल की खीर, स्यूल के लड्डू , नारियल, आलू की सब्जी व पानी आदि की व्यवस्था की थी। यहां स्टालों पर लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।

मेले में बेहतर पुलिस व्यवस्था

इस बार मेले को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क रहा और मेले में बेहतर कानूनव्यवस्था बनाए के लिए पुलिस के आच्छे प्रयास थे। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए थे।