परवाणू ने सिखाया डेंगू से लड़ना

परवाणू -नप परवाणू में डेंगू की रोकथाम हेतु लगभग पांच लाख रुपए खर्च कर शहर को डेंगू मुक्त कर रखा है। डेंगू मुक्त रखने के लिए नप द्वारा किए जा रहे बेहतरीन कार्यों की बदौलत नप स्वच्छता के मापदंडों के उच्च मानकों को अपनाने से पूरे प्रदेशभर में अव्वल स्थान पर है। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष नप परवाणू के ईएसआई अस्पताल परवाणू में पूरे देश मे सबसे ज्यादा डेंगू के 1000 से ऊपर लगभग केस दर्ज हुए थे जिसमें दो लोगों की मृत्यु भी हुई थी इसके अतिरिक्त कई लोगों ने दूसरे प्रदेशों में भी डेंगू का उपचार लिया। डेंगू के बढ़ते केसों की वजह से परवाणू में एपेडेमिक एक्ट तक को लागू करना पड़ा। नप परवाणू इस वर्ष डेंगू के केसों से निपटने के लिए 4500 लीटर तेल से डेंगू की रोकथाम के दवा के मिश्रण के स्प्रे को अभी तक दो दो बार करवा चुका है। इसके अतिरिक्त नप ने खुले में कूड़े  फेंकने की आदत के खिलाफ शहर भर में स्थानीय लोगों सहित व्यपारियों, दुकानदारों, उद्योगपतियों को वार्ड वाइज जागरूकता कैंप लगाकर लोगो को घर-घर से सूखे व गीले कूड़े को अलग-अलग नप की पिकअप के माध्यम से सेक्टर पांच स्थित डंपिंग साइट तक पहुंचाने ले लिए लोगों को जागरूक किया गया। इसके साथ-साथ शहर को कूडे़दान रहित किया गया।  पिछले दिनों सोलन के साथ परवाणू शहर में डेंगू के खात्मे के लिए डीसी सोलन ने भी नप परवाणू की पीठ थपथपाई। नप के कार्यकारी अधिकारी सुधीर शर्मा ने बैठक में डीसी सोलन से डेंगू की रोकथाम हेतु आगे भी स्प्रे करने के लिए आठ लाख रुपए की मांग कर डाली ताकी शहर में इस वर्ष डेंगू के कम से कम केस सामने आए। नप परवाणू अध्यक्ष ठाकुरदास शर्मा ने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए नप तो बेहतरीन कार्य कर ही रहा है लेकिन इसमें शहरवासियों के योगदान से ही यह संभव हो पाया है और आगे भी लोगों के सहयोग से शहर को डेंगू मुक्त करने के लिए नप के अधिकारी, कर्मचारी डटे हुए हैं।