परिषद बस अड्डे की जगह बनाएगी सुसज्जित मार्केट

नालागढ़ -नगर परिषद नालागढ़ अब शहर में स्थित बस अड्डे वाली जगह पर नई मार्केट का निर्माण करेगी, ताकि परिषद को होने वाली आय में इजाफा हो सके। नगर परिषद के अधीन 90 के दशक से शहर में बस अड्डा चल रहा है, लेकिन एचआरटीसी के अपने बस अड्डे का निर्माण कार्य प्रगति पर चला हुआ है। ऐसे में परिवहन निगम का अपना बस अड्डा बन जाने से बसें वहां खड़ी होगी और परिषद के अधीन चल रहे बस अड्डे की जगह खाली हो जाएगी। परिषद को इस बस अड्डे की दुकानों व पार्किंग फीस के रूप में लाखों रुपए की आय होती है और परिषद अपनी इस आय को बरकरार रखने के लिए इस स्थल को सुसज्जित ढंग से बनाकर यहां गोल मार्किट का निर्माण करेगी, जिसके तहत बेसमेंट में पार्किंग और धरातल और प्रथम द्वितीय मंजिल में दुकानों का निर्माण किया जाएगा, जिससे परिषद की आय कायम रह सके। जानकारी के अनुसार नालागढ़ शहर के रोपड़ व कालका चौक के मध्य बस अड्डा चल रहा है। यह बस अड्डा परिषद के अधीन आता है और पिछले करीब ढाई दशक से यह बस अड्डा यहीं चल रहा है,। लेकिन परिवहन निगम नालागढ़ डिपो का एचआरटीसी वर्कशॉप के सामने 1000 हैक्टेयर भूमि पर 5,57,80,000 रुपए की लागत से अपना बस अडडा बन रहा है, जिसके सिविल वर्क पर 3,77,59,471 रुपए खर्च किए जा रहे है। सिविल वर्क का काम पूर्ण होने के उपरांत इसके बिजली व अन्य काम किए जाएंगे। बस अड्डे के बनने से सभी बसें यहां खड़ी होगी, जिससे परिषद के अधीन चल रहा बस अड्डे का स्थल यह खाली हो जाएगा। ऐसे में परिषद ने यहां पर आधुनिक सुविधाओं वाली मार्केट बनाने का निर्णय ले लिया है। परिषद को बस अड्डे की दुकानों व बस अड्डा पार्किंग फीस से लाखों रुपए की आय होती है, लेकिन अब बस अड्डा यहां से स्थानांतरित होने के उपरांत परिषद की आय में कमी होगी, जिसे पूरा करने के लिए परिषद यहां नई मार्केट का निर्माण करेगी। नालागढ़ क्षेत्र से प्रतिदिन 500 से 600 सरकारी व निजी बसों का आवागमन रहता है और एचआरटीसी नालागढ़ डिपो के ही करीब 170 ट्रिप चलते है, इसके अलावा यहां करीब 200 निजी बसों के अलावा बाहरी जिलों की बसें व बाहरी राज्यों के डिपूओं की बसें यहां चलती हंै, जिनकी ऐवज में बस अड्डे में पार्किंग फीस ली जाती है, वहीं यहां से आवागमन करने वाले यात्री भी बस अड्डे की दुकानों से खरीददारी करते हैं,। लेकिन बस अड्डा स्थानांतरित होने से यह जगह  खाली हो जाएगी, जिसके चलते परिषद ने यहां बढि़या मार्किट बनाकर दुकानों का निर्माण करने की ठान ली है।