पीडब्ल्यूडी की मेहनत पर पानी फिरने का डर

सितंबर के पहले हफ्ते में शहर की सड़क होगी चकाचक, आईपीएच को लीकेज ठीक करने के आदेश

हमीरपुर -रोजाना सड़क से उड़ती धूल से परेशान शहरवासियों की शिकायतों और तानों के बाद लोक निर्माण विभाग ने  पहली सितंबर के पहले सप्ताह में शहर की सड़क पर टायरिंग का काम शुरू करने की बात तो कह दी है लेकिन सड़क के नीचे हो रही पाइपों की लीकेज और चैंबर लोक निर्माण विभाग के गले की फांस बन गए हैं, क्योंकि अगर विभाग ने टायरिंग का काम शुरू कर दिया और सड़क के नीचे होने वाली पानी की लीकेज बंद न हुई तथा चैंबर दुरुस्त न किए गए, तो लाखों खर्च कर चकाचक होने वाली यह सड़क हर बार की तरह बमुश्किल दो सप्ताह से अधिक नहीं निकालेगी। हालांकि जिला प्रशासन ने भी इस समस्या को भापंते हुए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि शहर में जो भी पाइपों की लीकेज है और सड़क किनारे चैंबर का जो काम होना है, उसे एक सप्ताह में पूरा करें, ताकि वहां टायरिंग का कार्य प्रारंभ किया जा सके। उधर, आईपीएच महकमा आश्वस्त कर रहा है कि वह पहली सितंबर तक सारा काम संपूर्ण कर देगा। अब देखना है कि सरकारी काम कितना जल्दी होता है। बता दें कि शहर में लगभग आठ जगह ऐसी हैं, जहां लीकेज के कारण सड़क टूटती है और 10 से 15 चैंबर हैं जो सड़क लेवल से काफी नीचे जा चुके हैं। गौरतलब है कि हमीरपुर में नादौन चौक से लेकर भोटा चौक तक बारिश के थपेड़ों से टूट चुकी सड़क में रोजाना होने वाले हादसों को रोकने के लिए पिछले दिनों लोक निर्माण विभाग ने आनन-फानन में सड़क पर बजरी और मिट्टी बिछा दी थी। जैसे ही बारिश का दौर बंद हुआ तो सड़क से गुजरने वाले वाहनों के टायरों से उड़ने वाली धूल शहरवासियों को परेशान करने लगी। आलम यह होने लगा कि सड़क के आसपास जो दुकानदार थे, वेे तो धूल को देखते हुए अपनी दुकानों में बैठने से भी कतराने लगे थे। ‘दिव्य हिमाचल’ ने इस संदर्भ में 25 अगस्त के अपने अंक में समाचार प्रकाशित किया था, जिसके बाद विभाग ने माना था कि लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन साथ ही कहा था कि पहली सितंबर से सड़क पर टायरिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन साथ में यह भी परेशानी बताई थी कि यदि सड़क के नीचे जाने वाली पाइपों की लीकेज ठीक न हुई तो फिर से सड़क टूटने लगेगी। इसके अलावा जो सड़कों में चैंबर हैं वे काफी नीचे हैं। अगर उन पर टायरिंग कर दी जाती है तो ब्लॉक होने की स्थिति में आईपीएच महकमा फिर उन्हें खोद देगा जिससे सड़क टूटेगी।