बागबानों को नहीं मिल रही ट्रे

बागबानों को सताने लगी ट्रे व गत्ता की कालाबाजारी की चिंता

रोहडू -सेब सीजन अभी कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शुरू हो चुका है, जबकि मध्यम और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब सीजन जल्दी ही जोर पकड़ेगा। आलम यह है कि इन दिनों बागबानों को सेब की पेटियों के लिए ट्रे तक नहीं मिल रही है। इसके बाद अभी दो माह का सीजन शेष बचा है। अभी से यह हाल हो गया है तो आने वाले समय में बागबानों को भारी परेशानी उठानी पड़ सकती है। संभावना जताई जा रही है कि अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में ट्रे व गत्ता की कमी कहीं स्टोरियों की ओर से तो नहीं की जा रही है। बागबानों का कहना है कि सबसे अधिक कमी 240 और एक्स्ट्रा समाल की ट्रे की चल रही है।  वहीं बागबानों की माने को 2010 में भारी फसल हुई थी तो कारोबारियों ने सेब की ट्रे व गत्ता की कमी लाकर कालाबाजारी करके खूब चांदी कमाई थी। वहीं कांग्रेस ब्लाक समिति रोहडू के मीडिया प्रभारी हैप्पी बनीत मेहता ने बताया कि अभी सेब सीजन शिमला में दो माह से अधिक का शेष बचा है और इसके बाद प्रति दिन सेब की आवक भी फल मंडियों में बढ़ जाती है। बागबानों सेब की पेटियों को उपलब्ध करवाना प्रदेश सरकार का प्राथमिकता रही है, लेकिन इस बार एसा कुछ भी नहीं लग रहा है। बीते कुछ दिन से बागबानों को सेब की ट्रे के लिए दुकानों के चक्कर काटने पड़ रहे है। आढ़तियों की मार जेल रहे बागबानों पर ट्रे की कमी से अब दोहरी मार हो रही है। इससे लगता है कि सरकार किसानों व बागवानों की समस्या के बारे में गंभीर नहीं है। मीडिया प्रभारी ने बताया कि वे प्रशासन और सरकार  से मांग की है कि समय रहते बागवानों को ट्रे का उचित प्रबंधन किया जाए। उन्होंने बताया कि एसा लगता है कि विक्रेता ट्रे व गता बाजार में बेच रहे है, कहीं ये लोग जान बूझकर तो ट्रे की कमी नहीं ला रहे है।