बारिश ने धो डाले 925 करोड़

प्रदेश को करारी चपत लगा चुके मॉनसून से अभी भी कोई राहत नहीं

शिमला – मॅनसून की भारी बारिश की वजह से राज्य को करीब 925 करोड़ का नुकसान हो चुका है। राज्य में सबसे ज्यादा नुकसान अगस्त के दौरान हुआ है। अगस्त के दौरान अब तक 310.8 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो पिछले सात सालों के दौरान एक माह में सबसे ज्यादा आंकी गई है। इससे पहले साल 2011 में अगस्त में 321.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। कई सालों बाद एक माह के दौरान हुई मूसलाधार बारिश ने राज्य में जमकर कहर बरपाया है। हिमाचल को जहां करोड़ों की चपत लगी है। वहीं मानसून की बेहरम बारिश 49 लोगों के प्र्राण भी निगल चुकी है। राज्य में मानसून के दौरान अब तक बारिश से 925 करोड़ 18 लाख का नुकसान हो चुका है। बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है। पीडब्ल्यूडी को अब तक 537 करोड़ 86 लाख की चपत लग चुकी है। इसके अलावा आईपीएच विभाग को 293 करोड़ का नुकसान हुआ है। बारिश से कृषि व बागबानी विभाग को भी बारिश ने करोड़ों की चपत लगाई है। पिछले हफ्ते हुई भारी बारिश के बाद राज्य में अभी भी जनजीवन पूरी तरह से पटरी पर नहीं लौट पाया है।

अभी भी 150 सड़कें ठप

राज्य में भारी बारिश के कारण अभी भी 150 के करीब सड़कें बदं पड़ी हुई हैं। रसबसे ज्यादा सड़कें शिमला ज़ोन में बाधित चल रही हैं। शिमला में 59, मंडी में 49, कांगड़ा में 32 और हमीरपुर ज़ोन में दस सड़कों पर अभी यातायात ठप पड़ा हुआ है।