बारिश में बहे हमीरपुर के पौने 28 करोड़

हमीरपुर –अब तक की बरसात ने जिला मेंं पौने 28 करोड़ रुपए पर पानी फेर दिया है। सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है। वहीं, आईपीएच विभाग को भी करोड़ों की हानि उठानी पड़ी है। किसान-बागबानों पर भी बरसात कहर बनकर बरसी। फसलों सहित फलदार पौधे बारिश के कारण बर्वाद हो गए। यह नुकसान भी लाखों में है। बिजली बोर्ड को भी बारिश ने लाखों रुपए के जख्म दिए हैं। बिजली बोर्ड को सबसे ज्यादा नुकसान सुजानपुर क्षेत्र में उठाना पड़ा है। यहां पर बिजली बोर्ड को करीब 25 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। बरसात का मौसम चरम पर है। आगामी समय में और अधिक नुकसान हो सकता है। फिलहाल अब तक के आंकड़े भी संतोषजनक नहीं है। एक महीने की बरसात ने हमीरपुर जिला के पौने 28 करोड़ रुपए पर पानी फेर दिया। जानकारी के अनुसार पहली जुलाई से लेकर अब तक बरसात के कारण हमीरपुर जिला अब तक 27 करोड़ 74 लाख 33 हजार 534 रुपए का नुकसान उठा चुका है। बरसात के कारण हुई तबाही के कारण करोड़ों रुपए के कार्य गर्क हो गए। इनमें अकेले लोक निर्माण विभाग को ही 20 करोड़ 32 लाख 18 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं, आईपीएच विभाग को भी बरसात में पांच करोड़ 96 लाख 92 हजार रुपए की क्षति पहुंची है। बारिश के पानी के साथ गाद आईपीएच की स्कीमों में पहुंच गई। इस कारण मशीनरी ने काम करना बंद कर दिया। हमीरपुर जिला में ही सैकड़ों योजनाएं अब तक प्रभावित हो चुकी है। हालांकि समय रहते विभाग ने स्थिति को कंट्रोल कर लिया। पीडब्ल्यूडी विभाग की दर्जनों सड़कें बारिश से डैमेज हुई हैं। कई जगह डंगे ध्वस्त हो गए तो कहीं रिटेनिंग बाल गिर गई। कई जगहों पर सड़कें किनारों से पूरी तरह धंस गई। इस कारण बारिश से पीडब्ल्यूडी को करोड़ों का नुकसान पहुंचा है। बात बिजली बोर्ड की करें तो यह विभाग भी लाखों का नुकसान अब तक उठा चुका है। बरसात के कारण बिजली बोर्ड को 40 लाख रुपए का नुकसान हो चुका है। सबसे ज्यादा नुकसान सुजानपुर में हुआ है। यहां बारिश के साथ चले तूफान के कारण बिजली बोर्ड की तारें टूट गई। कई जगहों पर खंभे उखड़ गए। सुजानपुर डिविजन में करीब 25 लाख रुपए का नुकसान बोर्ड को हुआ है, साथ ही किसानों व बागवानों के लिए भी बारिश आफत बनकर बरसी है। हमीरपुर में बरसात के कारण फसलें व पौधे तबाह हो गए। नुकसान का आकलन 83 लाख रुपए किया गया है। मूसलाधार बारिश होने पर नुकसान का आंकड़ा और अधिक हो सकता है।