बिना चेतावनी बेचे जा रहे तंबाकू उत्पाद

By: Aug 17th, 2019 12:01 am

हैल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन डिपार्टमेंट का खुलासा, 13 प्रकार के उत्पादों में पिक्टोरियल वार्निंग नहीं

शिमला  – प्रदेश में ऐसे तंबाकू उत्पाद भी आ रहे हैं, जिसमें स्वास्थ्य संबंधी कोई वार्निंग ही नहीं है। यह चौंकाने वाला खुलासा हैल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन डिपार्टमेंट ने किया है। कई वर्षों के बाद शिमला में ऐसा मामला पकड़ा गया है। इसमें क्रिमिनल केस दर्ज कर दिया है। 13 प्रकार के तंबाकू उत्पाद में छह हजार सिगरेट बिना पिक्टोरिल वार्निंग के बेची जा रही थीं। गौर हो कि दो माह पहले शिमला में तंबाकू को लेकर छापामारी की गई थी। इसमें तंबाकू बेच रहे 15 दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए थे। इन दुकानदारों से उठाए गए तंबाकू के सैंपल को कंडाघाट लैब भेजा गया था। उसमें यह चैक किया जाना था कि जो सैंपल्स लैब भेजे गए हैं, क्या वे सही में तंबाकू  है या नहीं, क्योंकि दुकानों से जो सैंपल्स लिए गए थे, उन पैकेट्स पर स्वास्थ्य को लेकर पिक्टोरियल वार्निंग नहीं थी। ऐसे में ये चैक करना बेहद आवश्यक था कि यह तंबाकू है या नहीं। कंडाघाट लैब से आई रिपोर्ट में ये साफ आया कि  जिन पर वार्निंग नहीं है, वह भी तंबाकू है। यह हैरान कर देने वाला मामला इसलिए भी है क्योंकि प्रदेश में बिन वार्निंग वाले तंबाकू  उत्पाद बिक रहे हैं। कई वर्षों के बाद तंबाकू बिक्री को लेकर क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है। इसकी जांच की जा रही है। हिमाचल में तंबाकू बैन है। राज्य में कैंसर की स्थिति पर गौर करें तो हर वर्ष दो हजार नए मामले तंबाकू इस्तेमाल से कैंसर की चपेट में आने के आ रहे हैं।

हर साल गले-लंग्स कैंसर के 500 मामले

हर वर्ष 500 केस गले और लंग्स के कैंसर के आ रहे हैं। कोटपा के तहत तंबाकू के पैकेट में पिक्टोरियल वार्निंग बेहद जरूरी है। पिक्टोरियल वार्निंग इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि इससे जनता उसके हानिकारक प्रभाव के बारे में अच्छी तरह से जान लेती है और इससे दूर रहने का फैसला लेती है। पिक्टोरियल वार्निंग में कैंसर से प्रभावित मुंह की तस्वीर बड़े स्तर पर अंकित की जाती है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App