भाखड़ा का जलस्तर खतरे के निशान से पार

लगातार बारिश के चलते बढ़ा पानी, बांध के सभी गेट खोले

श्रीआनंदपुर साहिब – लगातार बारिश के कारण भाखड़ा डैम का जल स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है। प्रशासन ने बढ़े जलस्तर के कारण डैम के सभी गेट खोल दिए हैं। यह जानकारी डायरेक्टर  वाटर रेगुलेटर सतीश सिंगला और चीफ इंजीनियर एके अग्रवाल ने दी। उन्होंने कहा कि डैम में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे शहर में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अब तक 55 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा चुका है। उन्होंने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि भाखड़ा जलाशय में जल स्तर सोमवार की सुबह दस बजे तक 1681 फुट हो गया, जबकि स्वीकार्य स्तर 1680 फुट है। वहीं बीबीएमबी ने पिछले दो दिनों में हुई भारी बारिश तथा बांध से छोड़े गए पानी के गांवों में घुसने और फसली नुकसान को देखते हुए अब कम मात्रा में स्पिलवे से पानी छोड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग (आईएमडी) द्वारा 15 अगस्त को सतलुज के केचमेंट एरिया में भारी वर्षा का पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए बीबीएमबी ने सावधानी बरतते हुए भाखड़ा डैम के स्पिल वे गेट्स के माध्यम से 16 अगस्त को दोपहर बाद लगभग 19000 क्यूसिक पानी छोड़ने का निर्णय लिया था और यह क्रम सोमवार प्रातः तक जारी रहा। उन्होंने बताया कि डैम के केचमेंट एरिया में हो रही लगातार वर्षा के कारण 16 अगस्त को जलाशय में 3 प्वॉइंट 19 लाख क्यूसिक का शिखर प्रवाह प्राप्त हुआ, जिसे व्यास सतलुज लिंक परियोजना से आने वाले 8500 क्यूसिक पानी के अंशदान को रोककर इष्टतम विनियमन द्वारा भाखड़ा जलाशय में सफलतापूर्वक अवशोषित कर दिया गया है। जलाशय में पानी का प्रवाह वर्ष 1988 की बाढ़ के दौरान प्राप्त हुए 3 प्वॉइंट 18 लाख क्यूसिक के एतिहासिक शिखर से भी ज्यादा है।