भुंतर-हवाई मार्ग दूसरे दिन भी नहीं हो पाया बहाल

भुंतर -जिला कुल्लू के भुंतर हवाई रूट पर दूसरे दिन भी यातायात बहाल नहीं हो पाया। लगातार हुई बारिश के बाद फिर से इस सड़क को जख्म मिले है। इसके अलावा दोपहर बाद सड़क पर बेशसनदाहल के पास पेड़ गिरने से यह पूरी तरह से बंद हो गया। लिहाजा, रविवार के बाद सोमवार को भी यात्रियों को पैदल सफर तय करना पड़ा। दूसरी ओर सड़क को बहाल करने पर की हरकतों से एचआरटीसी प्रबंधन भी गुस्से में है। बीते रविवार के बाद सोमवार को भी दोपहर से ठीक पहले घाटी में मौसम ने अपना रूख पलटा और आसमान से झमाझम बारिश आरंभ हो गई। बारिश के रूपी-पार्वती घाटी मंे विनाश लीला देखने को मिली है। मणिकर्ण सड़क बड़े वाहनों के लिए एक ओर बंद हो गई है तो दियार गड़सा की कई सड़कों पर भी यातायात अवरुद्ध हो गया है। भुंतर से हवाई रूट पर बीते शनिवार रात को निहाणा व दियारधार के पास सड़क बाधित हुई थी तो बीते रविवार को गानाखोड़ पर भी बंद हो गई। इसके कारण दो एचआरटीसी की बसें तथा एक निजी स्कूल की बस दियार में ही फंस गयी थी। सोमवार को एचआरटीसी की दोनों बसों को निकाला गया तो दोपहर बाद को बेश्सनदाहल के पास पेड़ सड़क पर आ गिरा। इसके चलते सड़क पूरी तरह से वाहनों के लिए घंटों तक बाधित रही। वहीं खस्ताहाल सड़क पर एचआरटीसी प्रबंधन ने भी नाराजगी जताई है। निगम के कर्मियों के अनुसार छिकानाला और गानाखोड़ में आधा अधूरा कार्य कर बसों को यहां से गुजारने के फरमान जारी कर रहे हैं और गाडि़या निकाला खतरों भरा है। निगम कर्मियों ने दो टूक कहा है कि अगर सड़क को पूरी तरह से बहाल नहीं किया तो चालक बसों को खतरे में डाल यहां से नहीं गुजारेगे। उधर लोगों के ऐसे में यहां से दियार व हवाई तक का सफर पैदल और अन्य विकल्पों से तय करना पड़ा है। हालांकि लोनिवि ने भी सड़कों को बहाल करने का अभियान तेज कर दिया है। समाचार लिखे जाने तक बेशनदाहल में गिरे पेड़ को हटाने को कार्य भी आरंभ कर दिया गया था। लोनिवि के अधिशासी अभियंता सुरेश शर्मा के अनुसार घाटी की सभी सड़कों को बहाल करने के लिए फील्ड अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं और जल्द ही सभी सड़कों को बहाल कर दिया जाएगा।