मंदी नहीं, मांग की कमी

एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार बोले, बैंकों के पास पर्याप्त मात्रा में नकदी

नई दिल्ली -देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि देश में कुछ सेक्टरों में डिमांड में गिरावट हुई है, खासतौर से ऑटो सेक्टर में, पर इसे मंदी नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकतर बैंकों के पास पर्याप्त मात्रा में नकदी है और अर्थव्यवस्था में क्रेडिट फ्लो करने की जरूरत है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुवाहाटी में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए रजनीश कुमार ने कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था का हिस्सा है और अगर वैश्विक स्तर पर परिस्थितियां विपरीत होंगी, तो भारत उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 32 उपायों की घोषणा की है, जो काफी असरदार साबित होंगे। इन उपायों का उद्देश्य है बैंकिंग और टैक्सेशन में आने वाली बाधाओं को दूर करना। उन्होंने कहा कि एसबीआई जैसे बैंक फिलहाल सुविधाजनक लिक्विडिटी पोजीशन में हैं। इस समय क्रेडिट फ्लो की जरूरत है। एग्रीगेटर मॉडल को लेकर एक नया ट्रेंड आ गया है, लोग अब सफर के लिए ओला, उबर का इस्तेमाल करने लगे हैं। ऐसे में लोग वाहनों को खरीदने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। यह एक ग्लोबल ट्रेंड है और भारत कोई अपवाद नहीं है। ऑटो सेल्स में कमी ग्लोबल ट्रेंड है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा खर्चों में बढ़ोतरी और आने वाला त्योहारी मौसम डिमांड में वृद्धि लाएगा।

आज से बदलेगी ब्याज दर

नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों को दूसरी बार घटाया है। इससे लाखों ग्राहकों को नुकसान होगा। बैंक ने 0.5 फीसदी तक एफडी पर ब्याज दर को कम किया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एफडी पर मिलने वाली ये नई ब्याज दरें सोमवार से लागू होंगी। ऐसी उम्मीद है कि एसबीआई के इस कदम के बाद देश के दूसरे बैंक भी ब्याज दरों को घटा सकते हैं।