रात भर भूखे-प्यासे जाम में फंसे यात्री

 फंसी रहीं सवारियां; दोपहर 12 बजे के बाद सामान्य हुई स्थिति,सेब के दाम भी गिरे

ठियोग –सेब सीजन के चलते कुफरी छरावड़ा के साथ गुरुवार रात लगे लंबे जाम के कारण नौ बजे के बाद लोगों को अपने वाहनों में ही रात गुजारनी पड़ी। दिन-प्रतिदिन बढ़ रही सेव की अराइवल के चलते मालवाहक गाडि़यों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसके कारण ऊपरी क्षेत्रों में हर रोज जाम की समस्या बन रही है। गुरुवार देर शाम करीब आठ बजे के बाद कुफरी तथा आसपास के इलाके में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पांच पर भारी जाम लग गया, जिससे कि रात भर गाडि़़यां जाम में फंसी रहीं। रात भर लगे इस जाम के कारण सुबह करीब 12 बजे स्थिति सामान्य हो पाई और गाडि़़यां जाम से निकल पाइर्ं। इतने लंबे जाम के कारण रात भर कई लोग गाडि़़यांे में ही रात बिताने को मजबूर हो गए और रात के समय हुई बारिश मूसलाधार बारिश के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस कारण लोग भूखे-प्यासे रात के समय में अपने वाहनों में रात बिताने को मजबूर हुए। दिन प्रतिदिन सेब सीजन रफ्तार पकड़ रहा है, जिसके कारण वाहनों की संख्या में भी काफी इजाफा हो रहा है। क्योंकि स्थानीय पराला मंडी के अलावा शिमला की भटटाकुफर मंडी में सेब की गाडि़यों की अनलोडिंग नहीं हो पा रही है और बागबानों को अपने माल को बेचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पराला मंडी में सेब के व्यापारी बागबानों से खरीदा हुआ सेब की लोडिंग समय पर नहीं कर रहे। हालांकि प्रशासन की ओर से जाम को खुलवाने के लिए पुलिस के कर्मचारी तैनात किए गए हैं , लेकिन वाहनों की संख्या अधिक होने के कारण सड़क को यातायात के लिए सुचारू रख पाना बेहद मुश्किल हो रहा है। छैला कुमार हटटी रोड से माई पुल के ऊपर से पीडब्ल्यूडी द्वारा भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के बाद यह समस्या पैदा हुई है। अब पराला मंडी से जितने भी बड़े वाहन सेव से लेकर बाहर बड़े शहरों की मंडियों के लिए जा रहे हैं वह सब अब ठियोग होकर निकल रहे हैं जिससे कि कुफरी छरावड़ा के साथ ट्रैफिक जाम की स्थिति बन रही है।