रोज एक लीटर पानी बचाएंगे छात्र

केंद्र सरकार के शिक्षा विभाग को निर्देश, स्टूडेंट्स को स्कूलों में बताएं महत्त्व

शिमला – राज्य के लाखों सरकारी स्कूल के छात्रों को अब रोजाना एक लीटर पानी सेव करना सिखाया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने प्रदेश को इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं। अहम यह है कि स्कूल में छात्रों को हर रोज पानी बचाने को लेकर लेक्चर भी दिया जाएगा। यानी छोटे बच्चे जो पानी महता को नहीं समझते हैं, उन्हें थियोरी के माध्यम से जल संरक्षण के बारे में बताया जाएगा। सकूली छात्रों को एक लीटर पानी की बोतल भी दी जाएगी, ताकि छात्र रोज एक लीटर पानी सेव कर पाएं। जानकारी मिली है कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के मंत्री इस बारे में जल्द प्रदेश शिक्षा विभाग के साथ बैठक करेंगे। बैठक के दौरान एक लीटर पानी सेव करने के लिए बनाई गई गाइडलाइन के बारे में बताया जाएगा। गौर हो कि अकसर स्कूली छात्र स्कूल में रिसेस के दौरान बरतन व हाथ धोने के बहाने कई लीटर पानी ऐसे ही वेस्ट कर देते हैं। वहीं, कई बार तो पानी के साथ खेलने के भी कई मामले सामने आते हैं। इससे स्कूल में सबसे ज्यादा पानी वेस्ट  होता है। बता दें कि मोबाइल से छात्रों के ध्यान को दूसरी तरफ ले जाने के मकसद से भी रोज एक लीटर पानी सेव करने की मुहिम शिक्षा विभाग शुरू करने जा रहा है। छात्रों को एक लीटर पानी सेव करने में रुचि जगे, इसके लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार छात्रों को अच्छा काम करने पर सम्मानित भी किया जाएगा। फिलहाल एमएचआरडी ने शिक्षा विभाग को इस बारे में स्कूलों तक निर्देश पहुंचाने को कहा है। इसके साथ छह माह में इस योजना पर क्या कार्रवाई अभी तक की गई है, इस पर रिपोर्ट तलब की गई है।

पहाडि़यों में ज्यादा नहीं ठहरता पानी

भारत सरकार ने कहा है कि भले ही हिमाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्र में पानी की ज्यादा दिक्कत न रहती हो, लेकिन यहां पर पहाडि़यां होने की वजह से ज्यादा देर तक  पानी नहीं रुकता है। इसके साथ ही पेड़ पौधों का खत्म  होना और ग्लेशियर सूखने की वजह से पानी की किल्लत आने वाले समय में हो सकती है। केंद्रीय मानव संसाधन ने जारी अधिसूचना में कहा है कि स्कूली छात्रों के लिए एक दिन में एक लीटर पानी सेव करने की मुहिम चलाई जा रही है।