संगड़ाह में नाटियों पर धमाल

संगड़ाह – हरियाली मेला संगड़ाह की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में दर्शक हिमाचली लोक गायक एसी भारद्वाज की नाटियों पर जमकर थिरके। एसी भारद्वाज ने अपने कार्यक्रम का आगाज पारंपरिक नाटी घोड़ी रे बिंदिए जीया लाला से किया तथा इसके बाद मशहूर फिल्मी गीत मेरे रश्के कमर से तालियां बटोरी। वहीं उनके द्वारा प्रस्तुत नाटी तेरा-मेरा प्यार अडि़ए, कीता बाजणी ढोलकी, डेवणा था शिमले के, नाच दी रोइ, मेरी धिंगा-धीगिंए व डूगे नालुए आदि पर युवा श्रोता जमकर झूमे। उनकी नाटियों का जादू दर्शकों पर इस कद्र छाया की प्रोग्राम बंद होने तक एक भी दर्शक नहीं उठा। सांस्कृतिक संध्या बतौर मुख्यातिथि शामिल भूषण ज्वेलर सोलन के एमडी विनय गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलित कर संध्या का आगाज किया गया। इस अवसर पर उन्होंने मेला आयोजन समिति को 21 हजार की राशि का चेक तथा कुछ नकद राशि भी जारी की। उन्होंने कहा कि मेले हिमाचल की समृद्ध संस्कृतिक का अभिन्न अंग हैं। कार्यक्रम के दौरान रवि चौहान द्वारा, जहां काटी लोणी कुकड़ी गीत प्रस्तुत किया गया, वहीं स्थानीय लोक गायक सुरजन चौहान द्वारा प्यारी अनु व रथ मेरा मैदानों दा लोकगीतों से तालियां बटोरी गई। सिरमौरी लोक गायक हरि चंद चौहान द्वारा प्रस्तुत नाटी ठंडे पाणी आगे व भर्तहरी गाथा पर भी बुजुर्ग तथा लोक कला प्रेमी जमकर थिरके। सांस्कृतिक संध्या के दौरान दीपक चौहान द्वारा नाटी सिरमौर वालिए, मोहरू दी ताजी दासिया व लच्छी-लच्छी लोक गलांदे आदि गीतों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया गया। शुक्रवार देर रात तक चली हरियाली में दूसरी संध्या के दौरान आधा दर्जन लोक गायकों द्वारा प्रस्तुति दी गई। शनिवार को इस मेले का समापन लोकसभा सांसद सुरेश कश्यप द्वारा किया गया।