संवैधानिक तरीके से करवाएं जाएं एचपीसीए के चुनाव

मनाली -हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व महासचिव गौतम ठाकुर ने कहा कि आखिर उन्होंने एचपीसीए को जस्टिस लोढ़ा कमेटी के सिफारिशों को मानने के लिए बाध्य किया। जस्टिस लोढ़ा कमेटी के सिफारिशों को मानने पर अब एचपीसीए का कोई भी पदाधिकारी सितंबर में होने वाले चुनाव के योग्य नहीं रहेगा। एचपीसीए के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और उनके छोटे भाई अरुण ठाकुर भी अब कभी एचपीसीए के पदाधिकारी नहीं बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि केवल हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां एचपीसीए में ज्यादातर पदाधिकारी पिछले 20 वर्षों से एक ही ओधे पर थे और हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य था जो सुप्रीम कोर्ट के बनाए हुए नियमों को नहीं मान रहा था। उन्होंने कहा कि जब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती से सभी क्रिकेट संघों को जस्टिस लोढ़ा कमेटी के सिफारिशों को लागू करने के लिए कहा तो तब जा कर एचपीसीए ने भी आननफानन में एसजीएम बुला कर जस्टिस लोढ़ा कमेटी के सिफारिशों को मानने पर बीसीसीआई को पत्र लिखा। गौतम ठाकुर ने कहा है कि सितंबर में होने वाले एचपीसीए चुनाव को संवैधानिक तरीके से करवाने के लिए वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व खेल एवं युवा सेवाएं मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से आग्रह करेंगे कि सरकार की देखरेख में ही एचपीसीए के चुनाव करवाए जाएं।