नेरवा – गत दिनों हुई भारी बारिश ने लोक निर्माण विभाग के मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जगह-जगह संपर्क मार्गों में भू-स्खलन होने और उनके बंद होने से विभाग को लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला उस समय भी सामने आया जब नेरवा,घाला,सांडली सड़क से मलवा हटाने और घरों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। मुद्दे को लेकर कई महिलाओं सहित करीब पच्चास ग्रामीण डिग्री कालेज के समीप इस सड़क पर पंहुचे एवं मौके पर आये विभाग के सहायक अभियंता को अपनी समस्या से अवगत करवाया। लोगों ने कहा कि घाला सांडली के लोगों के लिए यही सड़क एकमात्र विकल्प है और इस सड़क पर मलवा आने से एक ओर जहां लोगों का सेब और टमाटर बागीचों और खेतों में फंस गया है वहीं दूसरी ओर मरीजों को अस्पताल तक पंहुचाना भी मुश्किल हो रहा है। इस जगह भूस्खलन से एक मकान को भी खतरा पैदा हो गया है,जबकि सड़क नीचे की तरफ के मकानों को भी भूस्खलन से सड़क में आये मलवे से ख़तरा है। यदि यहां शीघ्र हे सुरक्षा दीवार नहीं लगाईं गई एवं मलवे को नहीं हटाया गया तो सड़क के नीचे बसे शिहकयार गाँव पर भी राणाक्यार जैसी आपदा कभी भी टूट सकती है,क्योंकि सड़क के काफी हिस्से में भारी मालवा पड़ा हुआ है। भारी बारिश होने पर यह मलवा शिहकयर के एक दर्जन से अधिक घरों के लिए विनाशकारी सिद्ध हो सकता है। सहायक अभियंता योगेश शर्मा द्वारा लोगों को बिना किसी विलम्ब मलवा हटाने और इस स्थान पर सुरक्षा दीवार लगाने का आश्सवासन मिलने के बाद ही लोग शांत हुए एवं विभाग को हर तरह का सहयोग करने का आश्वासन दिया। वहीँ योगेश शर्मा ने बताया कि मलवे को हटाने के लिए मशीनरी लगा दी गई है एवं जल्दी ही इस मलवे को यहां से हटा दिया जाएगा तथा भूस्खलन से खतरे की चपेट में आये कुंदन सिंह ठाकुर के मकान के नीचे सुरक्षा दीवार लगाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।