स्क्रब टायफस.. हरी घास से जरा बच के

By: Aug 17th, 2019 12:15 am

सीएमो ने जिला भर के लिए जारी की हिदायत, अब तक पहुंचे मरीजों का करवाया इलाज

शिमला –स्क्रब टायफस एक मरीज़ से दूसरे को नहीं फैलता है। ये हरे घास में जाने से होता है, जिसके लिए जनता को जारी हिदयतांे में जिला सीएमओ डा. नीरज मित्तल ने कहा कि  आम तौर पर बरसात के मौसम में तेज बुखार से पीडि़त रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। यह बुखार स्क्रब टायफस से भी हो सकता है। इसलिए स्वास्थ्य के प्रति सचेत और सजग रहना आवश्यक होता है। यह जानकारी देते हुए जिला शिमला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज मितल ने बताया कि  जिला शिमला में अभी तक 16 स्क्रब टायफस के मरीज आए हैं, जिनका उपचार समय रहते करवाया गया है इस संदर्भ में लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है कि यदि बरसात के मौसम में किसी भी व्यक्ति को तेज बुखार हो, उसका कारण स्क्रब टायफस भी हो सकता है । यह रोग एक जीवाणु विशेष रिकटेशिया से संक्रमित  पिस्सु  माइट के काटने से फैलता है, जो खेतों झाडि़यांे व घास में रहने वाले चूहांे में पनपता है। यह जीवाणु चमड़ी के माघ्यम से शरीर में फैलता है , और स्क्रब टायफस बुखार पैदा करता है । इस बीमारी  में तेज बुखार कंपकंपी के साथ जो 104 से 105 डिग्री तक आ सकता है इससे शरीर में ऐंठन  अकड़न  या शरीर टूटा हुआ लगना प्रतीत होता है। इसके  अधिक संक्त्रमण में गर्दन ,बाजुओं के नीचे ,कुल्हो के उ्पर गिल्टियां होना जैसे लक्षण पाये जाते है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी  जिला शिमला  ने इस बीमारी की रोकथाम के बारे मंे बताया कि खेतो व इााडियांे में काम करते समय पूरा  शरीर  खास कर टांगे पांव और बाजू ढ़ककर रखें ,शरीर की सफाई का ध्यान रखे ,घर तथा आसपास के वातावरण को साफ  रखें ,घर के चारो और घास खरपवतवार नही उगने दंे व घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाआंे का छिड़काव करंे ।

एक बच्चे के साथ दो और को स्क्रब टायफस

शिमला। शिमला मंे नौ वर्ष के बच्चे के साथ दो अन्य को स्क्रब टायफस की पुष्टि हुई है, जिसमंे रोहड़ू से नौ वर्षीय बच्चा और अन्य दो मंे कोटखाई की 44 वर्षीय महिला और 24 वर्षीय करसोग से युवक को स्क्रब टायफस की पुष्टि हुई है।


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