जर्मनी और नीदरलैंड में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से विदेशी उद्योगपतियों ने की थी शिकायत शिमला – हिमाचल प्रदेश की ट्रक यूनियनों से विदेशी निवेशक भी भय खाते हैं। यह एक बड़ी वजह है कि निवेशक यहां पर निवेश को दिलचस्पी नहीं दिखाते। यह खुलासा खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया है। उनका कहना है कि

कुल्लू – बरसात ने कुल्लू में तीन लोगों को मौत की नींद सुला दिया है। रौद्र रूप धारण कर शनिवार और रविवार को जिला में आई बरसात तीन परिवारों को जिंदगी भर के जख्म दे गई। बता दें कि बंजार के जिभी में सजवाड़ नाले में आई बाढ़ से यहां कैफे चलाने वाला संचालक चुनी

बीबीएन – बारिश उद्योगों पर कहर बनकर बरसी है। उद्यमियों को 100 करोड़ से ज्यादा की चपत लग चुकी है। इसके अलावा प्रशासन अपने स्तर पर नुकसान का आकलन कर रहा है, जिसके बाद इस आंकड़े में और इजाफा हो सकता है। उद्योगों में पानी के सैलाब ने जमकर उत्पात मचाया और उद्योग परिसर को

नई ट्रांसफर पालिसी लागू होने के बाद आसानी से नहीं होगी एडजस्टमेंट, विभाग ने कसी कमर शिमला – प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षक अब आसानी से अपनी एडजेसटमेंट नहीं करवा पाएंगे। सालों से चल रही यह परंपरा सरकार व शिक्षा विभाग खत्म करने जा रहा है। नई ट्रासंफर पालिसी के तहत जो शिक्षक एक

नेशनल हाई-वे प्रबंधन से रास्ता खोल लोगों को दी राहत, जेसीबी से हटाया मलबा चंबा -बारिश के कारण बंद पठानकोट एनएच को करीब 30 घंटों के बाद वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। रविवार सवेरे करीब नौ बजे पठानकोट एनएच पर वाहनों ने सरपट दौड़ना आरंभ कर दिया है। पठानकोट एनएच पर

चुवाड़ी-सिहुंता-द्रम्मण मार्ग पर 32 घंटे बाद दौड़ी छोटी गाडि़यां, लोग परेशान चुवाड़ी -भटियात में बरसात के बरपे कहर से पीडब्ल्यूडी को डेढ़ करोड़ रुपए की चपत लगी है। बारिश के कारण मार्ग बाधित रहने से आम जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है। चुवाड़ी-सिंहुता- द्रम्मण मार्ग पर 32 घंटे से यातायात बाधित रहा।

पंडोह डैम के गेट खुलते ही ब्यास नदी ने दिखाया रौद्र रूप, घरों में घुसा पानी मंडी-लगातार 15 घंटे बारिश होने के बाद रविवार सुबह जब मंडी शहर नींद से जागा तो छोटी काशी में पानी का तांडव देखने को मिला। सितंबर, 1995 के बाद रविवार को मंडीवासियों ने ब्यास नदी का रौद्र रूप देखा।

जटोण व डाक पत्थर डैम से सभी गेट खोले जाने पर नदियों में बढ़ा जलस्तर पांवटा साहिब –जिले के पहाड़ी इलाकों मे पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश से पांवटा साहिब की नदियां उफान पर हैं। पांवटा साहिब में जहां यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पंहुच गया हैं,

नारकंडा में बारिश ने मचाई तबाही, प्रशासन सहित मौके पर पहुंचे विधायक राकेश सिंघा नारकंडा –ऊपरी शिमला में पिछले दो दिन से लगातार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। विकास खंड नारकंडा की ग्राम पंचायत सिहल नारकंडा के कौंथडी गांव के साथ बाबाग में बारिश के कारण मकान पर पेड़ गिरने से 2 लोगों की

उफान पर नदी-नाले; दोकी मौत, एक पानी में बहा, पुल-सड़कें ध्वस्त कुल्लू में बारिश का तांडव कुल्लू -कुल्लू में बारिश के तांडव ने कई इलाकों की तस्वीर को बदल दिया। कई जिंदगियां भी बरसात के मंजर में दफन हो गई। पिछले 20 घंटों की बात करें तो तीन जिंदगियां दफन हो गईं। वहीं, कुछ लोग