23 साल पहले रखी थी नींव आज तक नहीं बना पुल

1996 में हुआ था सेतु का शिलान्यास; जान हथेली पर रखकर दुरुग खड्ड पार कर रहे लोग, 23 करोड़ होंगे खर्च

बम्म –भराड़ी से जाहू वाया सलाओं-गलाह-दायरा सड़क के बीच दुरुग खड्ड पर टांडा पुल का शिलान्यास 23 वर्ष  पहले हुआ था, लेकिन भी तक पुल का निर्माण नहीं हो पाया है। इस दुरुग खड्ड पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से पुल बनाया जाना प्रस्तावित है। हालांकि पिछले चार साल से पुल निर्माण कार्य कछुआ चाल से चल रहा है, लेकिन तीन महीने से निर्माण कार्य ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। गौरतलब है कि भराड़ी से जाहू मार्ग पर पुल का शिलान्यास दो फरवरी 1996 में तत्कालीन लोक निर्माण विभाग मंत्री जय बिहारी लाल खाची ने किया था और इस पुल को जल्द बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन यह मात्र राजनीति के पालने में ही झूलता रहा। स्थानीय निवासी मंशा राम, वीना देवी, भागीरथ, महेंद्र सिंह, मदन लाल, कर्मी, जमना, रीता, देशराज, बलवीर सिंह, राकेश कुमार, रवि, जीत राम, तुलसी राम, कुलवीर, बद्रीनाथ, लश्करी राम, कमलेश कुमार, सुरेश कुमार व कुलदीप आदि ने बताया कि टांडा पुल का निर्माण न होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर लोगों को बरसात के मौसम में उफनती दुरुग खड्ड को आर-पार करना किसी खतरे से कम नहीं है। वहीं सबसे अधिक परेशानियों का सामना स्कूली बच्चों को झेलनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि चार साल पहले पुल का निर्माण कार्य कछुआ चाल से चल रहा है, लेकिन बीते तीन माह से इसका निर्माण कार्य ठप्प पड़ा है। उन्होंने संबंधित विभाग व सरकार से मांग की है कि टांडा पुल निर्माण शीघ्र किया जाए, ताकि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़। उधर, लोक निर्माण विभाग घुमारवीं मंडल में कार्यरत अधिशाषी अभियंता एमएल शर्मा ने बताया कि दुरुग खड्ड पर निर्माणाधीन टांडा पुल का निर्माण कार्य ठेकेदार की लेवर छुट्टी पर होने के कारण प्रभावित होकर ठप हो गया है। ठेकेदार को भराड़ी से जाहू मार्ग पर बनने जा रहे टांडा पुल का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।