शिमला  – भूतपूर्व सैनिकों, सामान्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति और स्वतंत्रता सेनानियों के वार्ड के संबंध में स्टाफ नर्सों के रिक्त पदों को भरने के लिए काउंसिलिंग पांच और छह सितंबर को आयोजित की जाएगी। काउंसलिंग परिमहल शिमला में होगी।

शिमला  – हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि शिक्षा एक मौलिक अधिकार है और देश के नागरिकों को अकुशलता, अनुशासनहीनता, मूलभूत सुविधाओं व स्टाफ  के अभाव के चलते इस बहुमूल्य अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता। शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए यह जरूरी है कि सरकारी स्कूलों के

अढ़ाई लाख से चार लाख हुआ टीए, टैक्सी सुविधा का ले सकेंगे लाभ शिमला – हिमाचल प्रदेश के मंत्री-विधायकों और विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के वेतन-भत्तों के संशोधन का शुक्रवार को विधेयक पेश किया गया। अहम है कि सदन के दोनों पक्ष इस विधेयक को लेकर एकजुट दिखे। इस बिल के पारित होने के बाद प्रदेश के

बच्चों को अनीमिया से बचाव के बारे में किया जाएगा जागरूक शिमला  – स्कूली बच्चों को प्रार्थना सभा में मजबूत बनाने के टिप्स दिए जाएंगे, जिसमें फास्ट फूड से दूर रहने और अनीमिया से बचाव के बारे में जागरूक किया जाएगा। अब प्रदेश के स्कूलों में बच्चों की दो बार अनीमिया जांच की जाएगी। स्वास्थ्य

हमीरपुर  – हमीरपुर जिला की एक पंचायत के प्रधान का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ है। यह वीडियो भोरंज उपमंडल की एक पंचायत घर का बताया जा रहा है। वीडियो में पंचायत प्रधान वहां मौजूद एक महिला के साथ अश्लील हरकतें करते हुए नजर आ रहे हैं। वायरल हुए इस वीडियो में दो अन्य लोग भी

शिमला – विश्वविद्यालय ने यूजी सेमेस्टर सिस्टम के तहत चल रहे कोर्स की सेमेस्टर परीक्षा के लिए 21 सितंबर तक ऑनलाइन फार्म भरने की अंतिम तिथि तय की गई है। परीक्षा अक्तूबर-नवंबर में आयोजित की जाएगी। शुक्रवार से फार्म भरने को पोर्टल खोल दिया गया है। बीए, बीएससी, बीकॉम, शास्त्री, बीएससी, आनर्स बायोटेक्नोलॉजी व माइक्रोबायोलॉजी,

शिमला – हिमाचल प्रदेश स्नातकोत्तर अध्यापक संघ का प्रतिनिधिमंडल मंडल शुक्रवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से मिला। संघ ने मुख्यमंत्री से शिक्षा सचिव द्वारा जारी अधिसूचना को तुरंत निरस्त करने की मांग की, क्योंकि इससे पीजीटी अध्यापकों के हितों पर कुठाराघात किया गया है। जहां एक ओर पीजीटी से लेक्चरर

इसी प्रकार चारों दिशाओं में वासुदेव, संकर्षण, प्रद्युम्न और अनिरुद्ध तथा बीच में भगवान कृष्ण मिलकर कृष्ण पंचक बनता है। फिर चारों दिशाओं में विश्व रूप, पद्मनाभ हस्तामलक और तोरक तथा मध्य में शंकराचार्य को मिलाकर आचार्य पंचक बन जाता है। इसी प्रकार परम गुरु, परमेष्ठिगु, गोबिंदपाद, गौड़पाद ये चार और मध्य में अपना गुरु