55 सड़कों पर दौड़ी गाडि़यां, 74 पर पैदल

दो दिन की बारिश ने मंडी को दिए 50 करोड़ के जख्म, 24 घंटे के अंदर जमींदोज हो गए 17 आशियाने

मंडी -कयामत की बारिश ने छोटी काशी को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। दो दिनों में ही मंडी जिला में निजी व सार्वजनिक संपत्ति को 50 करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचा है। रविवार की रात को हुई भारी बारिश और उसके बाद ब्यास में आई बाढ़ व जिला भर में सड़कों पर भू-स्खलन के चलते सबसे अधिक नुकसान लोक निर्माण विभाग को पहुंचा है। जिला में अभी भी 74 सड़कें बंद पड़ी हैं। 55 सड़कों को सोमवार को बहाल कर दिया गया है। कड़ी मेहनत के चलते प्रशासन ने एनएच मंडी-कुल्लू पर दवाडा में 43 घंटों से बंद एनएच को भी सोमवार को दोपहर बाद बहाल कर राहत की सांस ली है। सोमवार को ही लोक निर्माण विभाग को साढे़ 18 करोड़ की चपत लगी है। वहीं पिछले 24 घंटों में जिला में 13 गोशालाएं जमींदोज हुई हैं, जबकि 17 कच्चे व पक्के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके साथ ही जिला में पशुधन का भी काफी नुकसान इस बारिश में हुआ है। उधर, जिला में भर के  ज्यादातर क्षेत्रों में पेयजल संकट बना हुआ है।  दो दिन की बारिश से जिला भर 330 से अधिक पेयजल योजनाएं बाढ़ व भू-स्खलन की चपेट में आ गई थी। जिसके बाद 200 के लगभग योजनाओं को रिस्टोर कर दिया गया है। अभी भी जिला में भर के दर्जनों गांवों में पेयजल संकट बना हुआ है। मंडी शहर भी पेयजल संकट से परेशानी का सामना कर रहा है। उधर, जिला उपायुक्त ऋग्देव ठाकुर ने बताया कि बाढ़ व भारी बारिश के बाद तुरंत राहत ार्य शुरू कर दिए गए थे। यही वजह है कि ज्यादातर सड़क बहाल की जा चुकी हंै। उन्होंने कहा कि दो दिन में 50 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। उन्होंने लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि सावधानी बरतें और बारिश के दौरान बाहर न निकलें।