अब टोलियों में पर्यावरण का संदेश

शिमला – सरकारी स्कूलों के छात्र अब टोलियों में अपने शहर, गांव व कस्बें में लोगों के बीच जाएंगे। इस दौरान छात्र जहां समाज के विभिन्न लोगों के साथ सीधे संवाद करेंगे, वहीं उन्हें नशे से दूर रहने और पर्यावरण को संरक्षण करने का भी संदेश दिया जाएगा। दरअसल टोलियों के माध्यम से स्कूली छात्रों को समाजिक गतिविधियों के साथ जोड़ने का प्रयास भी शिक्षा विभाग करेगा। स्कूल और कालेज छात्र जल, पर्यावरण, बिजली के संरक्षण के साथ ही सबसे अहम नशे से युवाओं को दूर करने के लिए कार्य करेंगे। शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए यह नई पहल शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के स्कूल और कालेजों में की जा रही है। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से सभी महाविद्यालयों के प्रचार्यों के साथ ही सभी जिला उपनिदेशकों को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वे छात्रों को इस तरह की गतिविधियों में शामिल करें। उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत कुमार शर्मा ने निर्देश जारी किए हैं कि शिक्षा में सुधार तभी हो सकता है, जब छात्र अपने सामाजिक दायित्वों को भी समझने में सक्षम होंगे। छात्रों को सामाजिक गतिविधियों का व्यावहारिक ज्ञान देना जरूरी है। इसके लिए स्कूल और कालेजों में कक्षाओं के अनुसार छात्रों की छोटी-छोटी टोलियां बनाकर समाज से जुड़े विषयों पर कार्य करना होगा। इससे छात्रों में अनुशासन आने के साथ ही वह समाज में भी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर पाएंगे। छात्रों की टोलियां जिन विषयों पर काम करेंगी, उन्हें भी पहले से ही तय किया गया है। विभाग की ओर से जारी किए गए आदेशों में कहा गया है कि छात्र जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, बिजली बचाओ, स्वच्छ भारत और नशा मुक्त अभियान के लिए अलग-अलग टोलियां बनाकर काम करेंगे। स्कूल, कालेजों में बनने वाली टोलियों में हर टोली का मुखिया एक छात्र ओर संरक्षक अध्यापक होंगे। अपने-अपने विषयों पर ये टोलियां काम करेंगी और हर माह के अंत में सभी टोलियों, उनके मुखिया और संरक्षकों की समीक्षात्मक बैठक होगी। शिक्षा निदेशक ने निर्देश दिए है कि स्कूल, कालेजों में ये टोलियां बनाई जाएं और इसकी रिपोर्ट बना कर शिक्षा विभाग को सौंपी जाए। शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए आदेशों में साफ किया गया है कि अगर शिक्षण संस्थानों ने इन आदेशों का पालन नहीं किया, तो ऐसे में संस्थान प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएंगी। बता दें कि शिक्षण संस्थानों में छात्रों को नशे से दूर रखने और स्वच्छता का संदेश देने की योजना केंद्र सरकार की ओर से दी है। भारत सरकार ने ही सभी शिक्षण संस्थानों में छात्रों को इस बारे में जागरूक करने  के आदेश दिए हैं। गौर हो कि प्रदेश शिक्षा विभाग भी इस बाबत केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजेगा। स्पष्ट कर दें कि छात्रों को इन विषयों के बारे में काउंसिलिंग भी दी जाएगी। यानी कि छात्रों को जहां फील्ड में उतरकर इस बारे में जहां बताया जाएगा, वहीं हर दिन एक व आधा घंटा कक्षाओं में भी पढ़ाया जाएगा।

चौकस रहेगी ड्रग फोर्स कमेटी

सरकारी स्कूलों में जिस तरह से छात्र नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। इससे छुटकारा दिलवाने के लिए ड्रग फोर्स कमेटी को भी चौकस रहने के निर्देश शिक्षा विभाग ने दिए हैं। यानी कि अब ड्रग फोर्स कमेटी को भी छात्रों की इस टोली में अपनी हिस्सेदारी दर्ज करवानी होगी।