अब नहीं बच पाएंगे शातिर

बिलासपुर में सुरक्षा की दृष्टि से सात जगहों पर लगाए जाएंगे 16 सीसीटीवी

बिलासपुर –वारदात कर वाहन लेकर फरार होने वाले बदमाशों की अब खैर नहीं। बिलासपुर पुलिस ने जिला में ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडिंग (एएनपीआर) सीसीटीवी कैमरे लगाना आरंभ कर दिए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से सात जगहों पर पुलिस बिग बास का पहरा लगा रही है। इन सात स्थानों पर 16 कैमरे लगाए जा रहे हैं। पुलिस ने चिन्हित जगहों पर यह कैमरे इंस्टाल करना शुरू कर दिए हैं। पुलिस अधीक्षक बिलासपुर साक्षी वर्मा कार्तिकेयन ने इसकी पुष्टि की है।  उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में सात जगहों पर लगने वाले 16 कैमरों के माध्यम से अपराधियों पर सीधे नजर रखी जा सकेगी। इसके अलावा अपराध कर व ट्रैफिक नियम तोड़कर भागने वाले वाहनों के नंबर रीड कर, संबंधित वाहन चालकों को नोटिस भेजकर कार्रवाई की जाएगी। इसमें नियम तोड़ने की धाराओं का विवरण होगा। कंट्रोल रूम में संबंधित वाहन चालक का पूर्ण डाटा और फाइन के रकम का संपूर्ण विवरण होगा। साक्षी वर्मा ने बताया कि जिला में अब तक छह एएनपीआर सिस्टम वाले सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं, जबकि सुरक्षा की दृष्टि से चिन्हित किए गए अन्य स्थानों पर भी यह कैमरे इंस्टाल किए जा रहे हैं। इससे अपराधियों को पकड़ने में भी आसानी होगी। बहरहाल बिलासपुर में ट्रैफिक नियम का उल्लंघन कर अब चालक बच नहीं पाएंगे। नियम तोड़ने वाले चालकों के घर पर अब चालान पहुंचेगा।  इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने शहर के चौक-चौराहों पर यह खास कैमरे लगाए हैं। प्रत्येक चौराहे पर यह कैमरे लगाए जा रहे हैं। सलापड़ में दो, लदरौर में तीन, ब्रह्मपुखर में तीन, बस स्टैंड बिलासपुर में दो, तरघेल में दो, तंबोल में दो और पंजपीरी में भी दो कैमरे लगाए जा रहे है। यह हाई स्पीड कैमरे नियम तोड़ने वाले चालकों के वाहन की नंबर प्लेट के साथ फोटो खींचेगा। इसके बाद उसे कंट्रोल रूम भेजेगा। कंट्रोल रूम में रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए पुलिस चालक का डिटेल निकालेगी। इसके बाद डाक के माध्यम से संबंधित चालक को उसके घर पर चालान भेजेगी। 

पुलिस अधीक्षक आफिस में बनाया कंट्रोल रूम        

जिला में सात स्थानों पर (एएनपीआर) बिग बॉस का पहरा रहने से न केवल ट्रैफिक संचालन पर नजर रखी जा सकेगी, बल्कि पुलिस को भी वारदात कर फरार होने वाले बदमाशों के बारे में सुराग लग सकेगा। इनका कंट्रोल रूम पुलिस अधीक्षक आफिस में बनाया गया है। ट्रैफिक कंट्रोल, सार्वजनिक आयोजनों और जुलूस आदि विशेष कार्यक्रमों पर सुरक्षा की दृष्टि से विशेष स्थानों पर वाहनों और पब्लिक की निगरानी और रिकॉर्डिंग होगी।

कैमरों से नहीं हो सकेगी कोई भी छेड़छाड़

अगर कोई व्यक्ति सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़छाड़ करेगा, तो इस बारे में कंट्रोल रूम में अलर्ट आ जाएगा। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों की 30 दिन से अधिक की रिकॉर्डिंग की क्षमता रहेगी। जिला में कानून और व्यवस्था प्रबंधन को बेहतर बनाने के साथ साथ ट्रैफिक कंट्रोल में मदद मिलेगी।