अस्पताल बनाने को डिमार्केशन का रास्ता साफ

सोलन –सोलन के कथेड़ बाइपास पर बनने वाले सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल बनाने के लिए डिमार्केशन का रास्ता साफ हो गया है। अस्पताल प्रशासन और गठित कमेटी द्वारा चयनित भूमि पर उगी छोटी-बड़ी झाडि़यों को कटवा दिया है और अब अगले सप्ताह निशानदेही का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके पश्चात फेंसिंग व अन्य काम शुरू किए जाएंगे। सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल के लिए अस्पताल प्रशासन निशानदेही के बाद मिट्टी की जांच करवाएगा। अस्पताल के निर्माण कार्य से पहले प्रशासन द्वारा कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मिट्टी जांच रिपोर्ट आने पर ही अस्पताल का नक्शा तैयार किया जाएगा। बता दे कि नया अस्पताल बनाने को लेकर विभाग द्वारा कवायद तेज कर दी है। इसके चलते अस्पताल प्रशासन द्वारा राजस्व विभाग को भूमि की डिमार्केशन के लिए पत्राचार किया था ताकि डिमार्केशन होने के पश्चात यहां पर फेंसिंग की जा सके। इसको लेकर राजस्व विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी लेकिन अधिक झाडि़यां होने के कारण डिमार्केशन नहीं हो सकी थी। साथ ही राजस्व विभाग ने स्वास्थ्य विभाग के नाम हुई जगह से जल्द फूल-झाडि़यों को हटाने के लिए कहा है, ताकि सही तरीके से डिमार्केशन की जा सके। इसके पश्चात अस्पताल प्रशासन द्वारा झाडि़यों को हटाना शुरू करवा दिया है। फूल-झाडि़यों के हटने के बाद अस्पताल प्रशासन के साथ पत्राचार कर डिमार्केशन की नई तिथि भी निर्धारित की जाएगी। डिमार्केशन के दौरान आसपास के लोगों को भी पत्र भेजकर मौके पर बुलाया भी जाएगा। गौरतलब हो कि कथेड़ बाइपास पर मल्टी स्पेशयलिटी अस्पताल बनाने को लेकर लगभग सत्तर बीघा जमीन स्वास्थ्य विभाग के नाम की है। यहां पर 200 बैड की सुविधा होगी तो साथ में 50 बैड एमसीएच व 50 बेड ट्रामा सेंटर की सुविधा भी लोगों को मिल पाएगी। मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में लोगों को अपने वाहनों को खड़े करने की भी चिंता नहीं रहेगी। इसके लिए मल्टी स्ट्रोरी पार्किंग की सुविधा भी लोगों दी जा रही है। यह निर्णय गठित कमेटी द्वारा बैठक में लिया था। गठित कमेटी ने यह भी तय किया है कि अस्पताल का भवन भूकंप रोधी व स्पेशल कैटागिरी फ्रेंडली भी होगा।