आठ दिन, मंत्रों से गूंजा रारंग

शिमला -शांति की आस में देवभूमि रारंग पिछले आठ दिनों से मंत्रों से गूंजता रहा। रविवार को बज्र गुरु के अंतिम दिन हजारों लोगों ने मंत्र जाप कर क्षेत्र में शांति और उन्नति के लिए प्रार्थना की। आठ दिनों तक चले इस बज्र गुरु कार्यक्रम का यहां स्थित टाशी छोएलिंग गोन्पा में आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतिम दिन बौद्ध गुरु छाएगोन रिन्पोछे और देवता साहिब पाथोरो डो बोर ने लोगों को आशीर्वाद दिया। गांव में शांति बनाए रखने एवं जनता की सुख शांति के लिए ब्रज गुरु महाजाप का आयोजन किया गया। बौद्ध धर्म गुरू छोएगोन रिन्पोछे ने यहां पहुंचे लोगों को धर्मिक उपदेश दिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक देवता साहिब पाथोरो डोबर भी आठ दिनों तक टाशी छोएलिंग गोन्पा में विराजमान रहेंगे। उल्लेखनीय है कि धर्मिक स्थल एवं देवभूमि रारंग हमेशा से ही जिला किन्नौर में सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है। आज यही वजह है कि रारंग गांव में पूरे जिला किन्नौर के बौद्ध धर्म के सभी अनुयायी बज्र गुरु जाप कार्यक्रम में भाग लेते हैं। इस धार्मिक समागम का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में किसानों एवं बागबानों की अच्छी फसल, शांति और सर्व प्राणी जगत में कल्याण करना है। बताया गया कि ठोपन, स्वादेन, रारंग, खादरा, अकपा सहित समीपवर्ती गांव के हजारों लोगों ने इस बज्र गुरु जाप में भाग लिया।