आपदा से निपटने में निपुण होंगे युवा

उपायुक्त ने किया खुलासा; मिस्त्री-बढ़ई-बार बाइंडर और स्वयंसेवी युवाओं को किया जाएगा प्रशिक्षित

बिलासपुर –आपदा से निपटने के लिए अब मिस्त्री, बढ़ई व बार बाइंडर तथा स्वयंसेवियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह खुलासा बुधवार को उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने जिला आपदा प्रबंधन की बैठक की अध्यक्षता करते हुए किया है। उन्होंने बताया कि आपदा से निपटने के लिए तैयारियों एवं प्रतिक्रिया के लिए खंड स्तर पर स्वयंसेवी युवाओं को चिन्हित करके उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने समस्त एसडीएम और विभागीय अधिकारियों को भी आपदा प्रबंधन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें, ताकि प्राकृतिक आपदा के समय एकजुट होकर इसका सामना किया जा सके। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा मिस्त्री, बढ़ई तथा बार बाइंडर के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन प्रशिक्षण शिविरों का मुख्य उद्देश्य आगामी तीन वर्षों के लिए जिला की सभी ग्राम पंचायतों में कम से कम पांच प्रशिक्षित मिस्त्री तैयार करना है। उन्होंने बताया कि सभी ग्राम पंचायतों में से पांच-पांच मिस्त्री चिन्हित किए जाएंगे तथा जोखिम प्रतिरोधी निर्माण के लिए मिस्त्रियों को छह दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। मिस्त्री, बढ़ई तथा बार बाइंडर की आयु 45 वर्ष से कम होनी चाहिए। जिला में आपदा तैयारी एवं कार्रवाई के लिए युवा स्वयंसेवी दल भी तैयार किए जाएंगे, जिसका उद्देश्य जिला की सभी ग्राम पंचायतों में आगामी तीन वर्षों के लिए 10 से 20 स्वयंसेवियों को आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना है।  इस मौके पर पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा, कमांडेंट होमगार्ड अजय सिंह, एसडीएम नरेंद्र कुमार आहलुवालिया, घुमारवीं के एसडीएम शशिपाल शर्मा, झंडूता के विकास शर्मा, नयनादेवी के एसडीएम सुभाष गौतम, डीआरओ देवीराम, सीएमओ डा. प्रकाश दड़ोच, डीएफओ सरोज भाई पटेल, डायरेक्टर कम प्रिंसीपल जेएनजीई कालेज सुंदरनगर डा. विनोद कुमार तथा प्रोफेसर सिविल इंजीनियर डा. एसपी गुलेरिया, डीआरडीए के पीओ संजीत सिंह के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।