एक फार्मासिस्ट के सहारे पीएचसी गारली

दो महीने से डाक्टर न होने से लोगांे को झेलनी पड़ रहीं दिक्कतें

गारली –प्राथमिक स्वास्थ्य कंेद्र गारली वर्तमान समय मंे मात्र एक फार्मासिस्ट के सहारे चल रहा है। इस कारण क्षेत्र के लोगांे को काफी परेशानियांे का सामना करना पड़ रहा है। पीएचसी गारली मंे तैनात डाक्टर के ट्रेनिंग पर जाने के कारण यहां लगभग दो माह से चिकित्सक का पद रिक्त चल रहा है। गारली चार-पांच पंचायतांे का केंद्र बिंदू है। यहां के लोगांे को स्वास्थ्य सुविधाआंे से वंचित रहना पड़ रहा है। लोगांे को अपनी छोटी-मोटी बीमारी के इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है या फिर आठ-दस किलोमीटर दूर बड़सर या बिझड़ी जाना पड़ रहा है। गर्मियांे व बरसात के दिनांे मंे बीमारियांे का प्रकोप भी ज्यादा बढ़ जाता है। बरसात के दिनांे मंे लोग कई प्रकार की बीमारियांे की चपेट मंे आ जाते हैं, जिनका इलाज करवाने मंे लोगांे को परेशानियांे का सामना करना पड़ रहा है। यहां सरकार द्वारा लोगांे को घरद्वार स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने के दावे खोखले नजर आ रहे हैं। यहां दो महीनांे से रिक्त चल रहे डाक्टर के पद को भरने के लिए लोगांे ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से मांग की है। स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान वंदना शर्मा, प्रधान ग्राम पंचायत उसनाड़ कलां लीला शर्मा, प्रधान ग्राम पंचायत क्याराबाग अंजना शर्मा सहित स्थानीय लोगांे संजय शर्मा, देवराज शर्मा, राकेश डोगरा, संजय सोहारू, रवि पटियाल, अमित शर्मा, सुरेश शर्मा, विकास चमन, राकेश ठाकुर, सुमन शर्मा आदि ने सरकार व स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि पीएचसी गारली मंे रिक्त चल रहे डाक्टर के पद को शीघ्र भरा जाए, ताकि लोगांे को स्वास्थ्य सुविधाआंे से वंचित न रहना पड़े।