खुश्क मौसम बना विलेन, वायरल ने लिटाए लोग

ओपीडी में बढ़ी मरीजों की तादाद, आसमान से एक माह से नहीं टपका एक बूंद पानी

नेरवा – अगस्त माह की 17 व 18 तारीख को हुई भारी बरसात के बाद एक महीने से आसमान से एक बूंद पानी नहीं बरसा है। बीते एक माह से बारिश न होने से मौसम खुश्क हो गया है।  इस वजह से लोग वायरल की चपेट में आने शुरू हो गए हैं। अधिकांश बच्चे और बुजुर्ग इस वायरल की चपेट में आ रहे हैं। अस्पताल सूत्रों के अनुसार अस्पताल की ओपीडी में वायरल के मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा निजी क्लीनिकों में भी रोजाना वायरल बुखार के काफी मामले आ रहे हैं। वायरल में 102 डिग्री से अधिक तेज बुखार के साथ खांसी, गले में दर्द और पूरे शरीर में टूटन हो रही है। यह वायरल तीन से पांच दिन तक दवाएं खाने के बाद ही नियंत्रण में आ रहा है। इस वायरल बुखार के लिए खुश्क मौसम के साथ साथ दिन भर उड़ने वाले धूल के गुबार जिम्मेदार माने जा रहे हैं। 18 अगस्त को क्षेत्र के नदी-नालों में बाढ़ आने और भू-स्खलन होने से सभी सड़कों में मलबा आ गया था। लोक निर्माण विभाग ने इस मलबे को हटा तो दिया है, परंतु पक्की सड़कों में मलबे की धूल चिपकी रह गई है। सड़कों पर वाहन चलने और हवाएं चलने पर यह धूल पूरे वातावरण को प्रदूषित कर रही है। इस कारण लोग गले में दर्द के साथ साथ बुखार से भी पीडि़त हो रहे हैं। इन दिनों दिन भर उड़ने वाली धूल के चलते अधिकांश दुकानदार व हर तीसरा आदमी मुंह में मास्क लगाए  मौसम के सताए लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे हैं। यदि जल्दी ही बारिश नहीं होती है तो लोगों की परेशानियों में और अधिक बढ़ोतरी हो सकती हैं। बहरहाल खुश्क मौसम लोगों के लिए विलेन बना हुआ है।